कोलकाता : राज्य में हिंदीभाषियों को मेहमान बतानेवाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की इस टिप्पणी के खिलाफ प्रदेश भाजपा की ओर से चुनाव आयोग से शिकायत की जायेगी.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने बताया कि सोमवार को वह मुख्यमंत्री की टिप्पणी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे. श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में हिंदीभाषियों को मेहमान बता कर मुख्यमंत्री ने हिंदीभाषियों का अपमान किया है. जिन लोगों ने अपना जीवन यहां बिता दिया, उन्हें मेहमान कहना उनका अपमान करना है. वह भी हिंदुस्तान के ही निवासी हैं. अन्य किसी को वोट देने की सूरत में उन्हें अप्रत्यक्ष रूप में धमकी भी दी जा रही है. यह कहा जा रहा है कि इससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ेगी.
श्री सिन्हा ने आरोप लगाया कि चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की असहिष्णुता बढ़ रही है. मुख्यमंत्री की भाषा मर्यादा के खिलाफ हो चली है. प्रशासन का इस्तेमाल अपने मनचाहे तरीके से किया जा रहा है जिससे विरोधियों को नुकसान पहुंचाया जा सके. मुख्यमंत्री ने जिस तरह बीरभूम के उम्मीदवार जय बनर्जी पर व्यक्तिगत और झूठा हमला किया है उसकी निंदा की भाषा नहीं है. मुख्यमंत्री को अपनी भाषा संयमित करनी चाहिए. भाजपा भी चाहे, तो व्यक्तिगत हमले कर सकती है, लेकिन हम ऐसा नहीं करते. ऐसे हमले शिष्टाचार के खिलाफ हैं. जनता ही इसका जवाब देगी. श्री सिन्हा ने बताया कि 22 अप्रैल को बाबुल सुप्रिय अदालत में आत्मसमर्पण करेंगे. चाहें तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले. तृणमूल ने राजनीति को बाजार में खड़ा कर दिया है.
तृणमूल को ले डूबेगा सारधा घोटाला
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि इकबालपुर कांड जैसी बड़ी घटना के बावजूद मुख्यमंत्री वहां नहीं पहुंची लेकिन वह रिजवानुर की घटना पर वह सबसे पहले पहुंचने वालों में थी. आज जनता उनकी सच्चई समझ गयी है. पूर्व में उनकी ‘सच्चई की प्रतीक’ वाली होर्डिग खूब लगायी जाती थी. अब तृणमूल कार्यकर्ता भी यह होर्डिग नहीं लगाते. दरअसल सारधा कांड के बाद सच्चई लोगों के सामने आ गयी है. यही कांड तृणमूल को ले डूबेगा. पार्टी इसलिए सीबीआइ जांच से घबरा रही है.