यह सभी बीमार हैं. इसके अलावा और कई समर्थक जेल में बंद हैं. इसको लेकर राज्य सरकार से भी बातचीत की गयी है. जल्द ही इन्हें जमानत पर छोड़ देने की मांग की गयी है. उन्होंने बताया कि गत 16 अक्टूबर को राज्य सरकार के साथ हुयी बैठक में बताया था कि जिन लोगों को पकड़ा गया है उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है. उन्हें बेवजह पकड़ा गया है.
इसे लेकर पुन: मुख्यमंत्री से बातचीत की जायेगी. उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग पहाड़ पर अब शांति की स्थिति बनी है, लेकिन कितनी शांति है इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं. लोगों को डराया धमकाया जा रहा है. इस दौरान नारी मोरचा की सुषमा राई, दार्जिलिंग टाउन के लीगल एडवाइजर व 23 नंबर वार्ड पार्षद प्रतिभा राई भी मौजूद थी. सभी मोरचा नेता सिलीगुड़ी जेल में बंद अपने समर्थकों के साथ भी मुलाकात करेंगे एवं उनकी समस्याओं को सुनेंगे. ताकि आगे की रणनीति पर काम किया जा सके.