पानागढ़. पूर्व बर्दवान जिले के खगड़ागढ़ विस्फोट कांड के मुख्य आरोपी शेख बुरहान और शेख यूसुफ की गिरफ्तारी के बाद अब भी मोहम्मद शाहनवाज और आयेशा विवि एनआइए की गिरफ्त से दूर हैं. बुरहान की पत्नी शाहनवाज और यूसुफ की पत्नी आयेशा अपने पतियों के साथ ही आतंकी गतिविधियों में पूरी तरह से लिप्त थीं. […]
पानागढ़. पूर्व बर्दवान जिले के खगड़ागढ़ विस्फोट कांड के मुख्य आरोपी शेख बुरहान और शेख यूसुफ की गिरफ्तारी के बाद अब भी मोहम्मद शाहनवाज और आयेशा विवि एनआइए की गिरफ्त से दूर हैं. बुरहान की पत्नी शाहनवाज और यूसुफ की पत्नी आयेशा अपने पतियों के साथ ही आतंकी गतिविधियों में पूरी तरह से लिप्त थीं.
एनआइए सूत्रों ने कहा कि शाहनवाज उर्फ फतेमा और आयेशा बर्दवान के मंगलकोट स्थित सिमुलिया के मदरसा की आड़ में महिलाओं को जेहादी और आतंकी प्रशिक्षण देती थी. खागडागढ़ विस्फोट कांड के बाद से ही शाहनवाज और आयेशा भी फरार हो गयी थी. तब से लेकर अब तक देश की विशेष खुफिया एजेंसी एनआईए और एसटीएफ की टीम दोनों की तलाश में जुटी हैं, लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
शुक्रवार को एनआइए की टीम जिले के सिमुलिया में जांच पड़ताल के लिए बुरहान को कोलकाता से लेकर मंगलकोट के सिमुलिया गांव ले आयी थी. बुरहान सिमुलिया से ही अपना नेटवर्क तथा अन्य आतंकी गतिविधि चलाता था. इस काम में बुरहान की पत्नी शाहनवाज उसकी पूरी मदद करती थी. अभियुक्त के कई तार राज्य, देश तथा बांग्लादेश से जुड़े हुए थे.
बांग्लादेश जेएमबी आतंकी संगठनों के साथ भी बुरहान के लिंक थे. एनआइए की टीम बुरहान को लेकर जांच पड़ताल के लिए सिमुलिया आई थी. बुरहान के मौसा के घर पर ही बैठकर जांच पड़ताल की गयी. मौसा शेख मुकुल समेत बुरहान की मां असुरा विवि, पिता शेख रहमत तथा अन्य रिश्तेदारों से एनआईए के अधिकारियों ने पूछताछ की. बुरहान के हवाले से जांच कर रही एनआइए के अधिकारियों को पता चला कि सिमुलिया स्थित आठ कट्ठा जमीन पर बने मदरसा की आड़ में ही आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जाती थी.
उक्त ट्रेनिंग में व्यवहृत एयरगन, लैपटॉप ओर हार्ड डिश की तलाश में ही जाच टीम यहां आयी थी. बुरहान ने उक्त समस्त सामान अपने मौसा को ही देकर भाग निकला था. पूछताछ में मौसा ने उक्त सामानों के होने से इंकार किया है. जांच टीम ने मौसा को नोटिस देते हुए कोलकाता कार्यालय में बुलाया है .मदरसा अध्यक्ष शेख यूसूफ सिमुलिया से कुछ ही दूरी पर कृष्णबाटी गांव के निवासी है.
खागडागढ़ कांड के एक वर्ष बाद फरार यूसुफ को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था. फरार बुरहान को भी 14 सितंबर को कोलकाता मोची पाड़ा थाना के गांगुली स्ट्रीट से गिरफ्तार किया गया था. बुरहान के गैर सरकारी बैंक में मौजूद एकाउंट में बाहरी देशों से रु पये आते थे. वे रु पये कौन ओर क्यों भेजता था, इसे लेकर भी जांच की जा रही है. शहनवाज के वोटर लिस्ट में नाम बिना किसी कागजात जमा किये ही दर्ज है. इसे लेकर भी जांच की जा रही है. बुरहान के एक और मौसा तृणमूल नेता डालिम शेख की हाल ही में 19 जुलाई को हत्या कर दी गयी. डालिम अपने इलाके के दबंग नेता थे. पेशे से काठ मिस्री थे.