कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चाय बागान मालिकों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही चाय बागान नहीं खुले और दुर्गा पूजा से पहले श्रमिकों को बोनस नहीं दिया गया तो प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा. गोरखालैंड मुद्दे पर चल रहे आंदोलन के कारण बंद पड़े चाय बागानों के मुद्दे पर सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में एक बैठक हुई, जिसमें मुख्य सचिव, चाय बागानों के मालिक एवं श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि इत्यादि शामिल थे.
चाय श्रमिकों के बोनस एवं बंद चाय बागानों को दोबारा खोलने की मांग पर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बागी नेता विनय तमांग एवं अनित थापा ने भी उस दिन मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात की और उनसे इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करने का आवेदन किया.विनय तमांग एवं अनित थापा इत्यादि के साथ बैठक करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पिछली दो बैठकों में भी विनय तमांग एवं अन्य लोग बंद चाय बागानों एवं उनमें काम करने वाले श्रमिकों को बोनस देने की बात उठा चुके हैं. इस दिन भी इसी विषय पर बात करने के लिए वह लोग हमारे पास आये हैं.
उन्होंने बताया है कि तीन महीने से चाय बागानों में काम करने वाले श्रमिकों को काफी दिक्कत हो रही है, क्योंकि चाय बागान बंद हैं. 2016-17 का बोनस भी नहीं मिला है. इस मुद्दे पर 21 सितंबर को सिलिगुड़ी में एक त्रिपक्षीय बैठक होगी. इस बैठक में श्रम आयुक्त, चाय संस्थाओं व यूनियनों के प्रतिनिधि, चाय बागानों के मालिक एवं वहां काम करने वाले श्रमिकों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि सभी बंद चाय बागान खुल जायें और दुर्गा पूजा से पहले श्रमिकों को बोनस दे दिया जाये. उम्मीद है कि सभी मिल कर इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे. अगर बंद चाय बागान नहीं खुलते हैं और बकाया बोनस का भुगतान नहीं होता है तो हमें कुछ कार्रवाई करनी पड़ेगी. वैसे मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी और 21 सितंबर की बैठक में समस्या का समाधान निकल जायेगा.
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बैठक के दौरान उन्होंने विनय तमांग एवं अन्य लोगों से पहाड़ की वर्तमान परिस्थिति की जानकारी हासिल की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि पहाड़ पर शांति बहाल हो. आम लोग ठीक से रहें. मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षण संस्थानों में भर्ती को लेकर हो रही समस्याओं का फौरन हल निकालने की हिदायत दी है.
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दार्जिलिंग में इंटरनेट परिसेवा की बहाली के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले हमलोग स्थिति का आकलन करेंगे. जब स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जायेगी तो इंटरनेट परिसेवा फिर से बहाल कर दी जायेगी. वैसे पहाड़ पर पहले के मुकाबले स्थिति में काफी सुधार आया है और लोग अपने-अपने काम में शामिल होने लगे हैं.