कोलकाता : नारद कांड मामले की जांच के तहत एक ही दिन तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद मुकुल राय और परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी से सीबीआइ और प्रवर्तन निदेशालय (इडी) अधिकारियों ने पूछताछ की. पहले ही सीबीआइ ने मुकुल राय को नोटिस भेजी थी. सोमवार की सुबह करीब 10.45 बजे वह निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ कार्यालय पहुंचे.
वहां करीब सात घंटों तक उनसे जिरह जारी रही. सूत्रों के अनुसार नारद न्यूज के प्रमुख मैथ्यू सैमुअल के साथ तृणमूल नेता के संपर्क के तार को जानने का सीबीआइ अधिकारी प्रयास कर रहे हैं. उपरोक्त मुद्दे से संबंधित उनसे कई प्रश्न पूछे जाने की बात सामने आयी है. बताया जा रहा है कि नारद स्टिंग आॅपरेशन से संबंधित वीडियो को लेकर भी प्रश्न पूछे गये. पूछताछ के बाद शाम करीब छह बजे मुकुल राय सीबीआइ कार्यालय से निकले.
कुशलतापूर्वक दिया जवाब : कई घंटों तक पूछताछ के बाद जब सांसद मुकुल राय सीबीआइ कार्यालय से बाहर निकले तो बड़ी कुशलता पूर्वक संवाददाताओं को दिया जवाब. पूछताछ के मसले पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे ही ऐसे व्यक्ति हैं जिनका रुपये लेने की वीडियो फुटेज नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के रणनीतिकार माने जाने वाले नेता के इस वक्तव्य से नारद स्टिंग कांड के अन्य आरोपियों पर अप्रत्यक्ष हमला जरूर है. नारद स्टिंग की वीडियो फुटेज में मेरा चेहरा दिखाया गया है इसलिए उनसे पूछताछ की गयी है. उन्होंने कहा कि सीबीआइ की ओर से उन्हें बुलाया गया था. सीबीआइ अधिकारियों से बात हुई है. संभवत: उनकी पूरी मदद की है और आगे भी वे करेंगे.
भाजपा के कद्दावर नेता अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के दिन ही उनसे सीबीआइ की पूछताछ संबंधी प्रश्न पर तृणमूल नेता मुकुल राय ने कहा कि अदालत के निर्देश पर नारद स्टिंग कांड की जांच सीबीआइ कर रही है. ऐसे में भाजपा नेता के दौरे से जांच का क्या संबंध है? कथित तौर पर नारद स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो में सांसद मुकुल राय को रुपये लेते हुए नहीं दिखाया गया है.
फिर हो सकती है पूछताछ : तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ के मसले पर सीबीआइ और इडी अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर तो कुछ नहीं बताया है लेकिन संकेत जरूर दिया गया है कि जरूरत पड़ने पर वे दोनों नेताओं से दोबारा पूछताछ कर सकते हैं.
परिवहन मंत्री से कई मसलों पर पूछे गये सवाल
इडी की ओर से पूछताछ के लिए पहले भी परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी नोटिस भेजी गयी थी. कभी आधिकारिक कार्यक्रम तो कभी व्यक्तिगत कारण का हवाला देते हुए वे इडी कार्यालय हाजिर नहीं हुए थे. इडी द्वारा दी गयी तीसरी नोटिस मिलने के बाद सोमवार की सुबह करीब 8.30 बजे वे इडी कार्यालय पहुंचे. वहां कुछ घंटे तक उनसे पूछताछ जारी रही. इस दौरान उनके बयान रिकार्ड भी किये गये. सूत्रों के अनुसार मंत्री से विभिन्न सवालों के जवाब मांगे गये. कथित तौर पर नारद स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो में शुभेंदु अधिकारी को रुपये लेते हुए दिखाया गया है. यह रुपये उन्होंने क्यों लिये, कहां खर्च किये गये, नारद न्यूज के सीइओ मैथ्यू सैम्युअल से उन्हें किसने मिलवाया था. इस दौरान वहां कौन-कौन मौजूद था. ऐसे कई सवाल उनसे पूछे जाने की बात सामने आयी है.
अपराह्न करीब 12.30 बजे वे इडी कार्यालय से बाहर निकल आये. बाहर निकलने के बाद उन्होंने पूछताछ संबंधी कोई बात नहीं कही. सूत्रों के अनुसार नारद न्यूज के प्रमुख मैथ्यू सैमुअल द्वारा नारद कांड मामले के एक और आरोपी के जरिये शुभेंदु अधिकारी से संपर्क साधा गया था. स्टिंग कोलकाता से बाहर चलाया गया था.
बैंक व अन्य दस्तावेज की जानकारी ले सकती है इडी :सूत्रों के अनुसार इडी द्वारा मंत्री शुभेंदु अधिकारी के बैंक स्टेटमेंट की जानकारी व वर्ष 2014-15 में उनके आयकर रिटर्न की जानकारी ली जा सकती है. बताया जा रहा है कि मैथ्यू सैमुअल और नारद कांड के कुछ आरोपियों से की गयी पूछताछ में कई अहम तथ्य सीबीआइ और इडी अधिकारियों के हाथ लगे हैं. ध्यान रहे कि नारद स्टिंग मामले में मंत्री शोभन चट्टोपाध्याय, सुब्रत मुखर्जी और शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम (बॉबी) से पूछताछ की जा चुकी है.
इकबाल अहमद ने सीबीआइ से मांगा वक्त
बड़े भाई व सांसद सुल्तान अहमद की मृत्यु की वजह से सीबीआइ के समक्ष हाजिर होने के लिए इकबाल अहमद ने वक्त मांगा गया. सूत्रों के अनुसार, उनके अधिवक्ता ने सीबीआइ अधिकारियों को बताया कि सांसद सुल्तान अहमद की मौत की वजह से इकबाल अहमद के लिए करीब 40 दिनों के अंतराल तक सीबीआइ कार्यालय आना संभव नहीं है. सूत्रों के अनुसार, गत शुक्रवार को निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ कार्यालय आने के लिए उन्हें काफी पहले नोटिस दी गयी थी, लेकिन वे वहां नहीं आ पाये. इसके बाद इकबाल अहमद की ओर से एक सप्ताह का वक्त मांगा गया था. बड़े भाई की मृत्यु होने के बाद उनकी ओर से और वक्त मांगा गया है.