कोलकाता: इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (इसीएल) ने 36 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन कर रिकार्ड कायम किया. यह कंपनी के इतिहास में अब तक का सर्वाधिक उत्पादन है.
31 मार्च 2014 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य से 1.5 मिलियन टन अधिक उत्पादन कर कंपनी ने लक्ष्य का 104 प्रतिशत हासिल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.1 मिलियन टन अधिक (6.3 प्रतिशत वृद्धि) है.
उल्लेखनीय है कि इसीएल की कोयला उत्पादन की यह सकारात्मक वृद्धि (उपलिब्ध) कोल इंडिया लिमिटेड की सभी अनुषंगी कंपनियों में भी सर्वाधिक है. कंपनी ने न केवल उत्पादन के मोर्चे पर बल्किओवर बर्डेन रिमूवल में भी तुलनात्मक दृष्टि से बेहतर परिणाम प्राप्त किया है. इसीएल ने अपने इतिहास में सर्वाधिक 85.76 मिलियन क्यूबिक मीटर ओवर बर्डेन हटा कर वार्षिक लक्ष्य का 130 प्रतिशत हासिल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 12.2 प्रतिशत सकारात्मक वृद्धि दर्शाता है.
ओबी रिमूवल की सकारात्मक वृद्धि में भी इसीएल को सीआइएल की अन्य कंपनियों के बीच द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है. इसके साथ ही कोयला प्रेषण में भी इसीएल ने लक्ष्य के मुकाबले में 103 प्रतिशत की उपलिब्ध हासिल की है. इसका जिक्र प्रासंगिक होगा कि उपरोक्त उपलब्धियों के आलोक में, कंपनी के कर्मी आशान्वित हैं कि वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद, इसीएल बीआइएफआर से बाहर हो जायेगी. इसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, राकेश सिन्हा ने इन उपलिब्धयों का श्रेय कंपनी कर्मियों को देते हुए, निदेशकगण, श्रमिक संघों, राज्य तथा केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के प्रति उनके सहयोग हेतु धन्यवाद व्यक्त किया है. श्री सिन्हा ने इसीएल परिवार के सभी सदस्यों को बधाई देते हुए कहा है कि कोयला मंत्रलय तथा कोल इंडिया लिमिटेड ने इसीएल की टीम पर विश्वास व्यक्त करते हुए, उनकी कार्य क्षमता के मद्देनजर वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए 38.5 मिलियन टन का उत्पादन लक्ष्य हमें दिया है, जो कि 2013-14 के लक्ष्य की तुलना में 4 मिलियन टन अधिक है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इसीएल की प्रतिबद्ध और समर्पित टीम इस लक्ष्य को निश्चित तौर पर न केवल प्राप्त करेगी, बल्कि इसीएल को, सीआइएल की अग्रणी (फ्लैगशिप) कंपनी बनाये रखने में भी सफल होगी.