उनका सपना है कि आम आदमी को पासपोर्ट की सुविधा मिल सके. पूर्व में लोग पासपोर्ट के लिए लाइन में लगते थे अब सरकार चाहती है कि पासपोर्ट कार्यालय लोगों के लिए लाइन में लगे. निचले तबके को भी अपर क्लास की सेवा देने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं. अब पासपोर्ट कार्यालय वहां भी खुलेंगे जहां पहले कोई सोच भी नहीं सकता था. यह परियोजना डेढ़ वर्ष पहले शुरू हुई और अब गति पकड़ रही है. जल्द ही इसमें और भी तेजी आयेगी. पहले यह किसी ने नहीं सोचा था कि डाक विभाग, वेस्ट बंगाल सर्कल और क्षेत्रीय पारपोर्ट कार्यालय, कोलकाता में एक गठबंधन हो सकता है.
पूर्व में अधिकारियों ने पासपोर्ट कार्यालयों को एक पावर सेंटर बना दिया था और पूरी प्रक्रिया में काफी वक्त लगता था. लोगों को इसमें लगने वाले समय को लेकर डर सताता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है. नये पासपोर्ट सेवा केंद्र में सामान्य श्रेणी में नये और पुनर्जारी के आवेदन ही लिये जायेंगे. तत्काल, ऑन-होल्ड फाइल व पीसीसी आवेदन यहां ग्रहण नहीं होंगे. सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में ऐसी सेवा शुरू होगी. इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल, कोलकाता, जे चारुकेसी ने स्वागत भाषण दिया. पश्चिम बंगाल सर्कल की सीपीएमजी अरुंधति घोष ने कहा कि रायंगज और आसनसोल के डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खुल चुका है. धन्यवाद ज्ञापन आरपीओ, कोलकाता, विभूति भूषण कुमार ने किया.