Advertisement
घूमने आये पर्यटक हो रहे हैं परेशान
वाहनों से आवाजाही भी मुश्किल जंगल सफारी बंद होने से निराशा सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अचानक 1000 तथा 500 के नोट बंद कर दिये जाने के बाद दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र तथा डुवार्स के विभिन्न इलाकों में घूमने आने वाले पर्यटक अचानक परेशान हैं. बुधवार को अधिकांश होटलों में खुल्ला पैसे को लेकर […]
वाहनों से आवाजाही भी मुश्किल
जंगल सफारी बंद होने से निराशा
सिलीगुड़ी/जलपाईगुड़ी. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अचानक 1000 तथा 500 के नोट बंद कर दिये जाने के बाद दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र तथा डुवार्स के विभिन्न इलाकों में घूमने आने वाले पर्यटक अचानक परेशान हैं.
बुधवार को अधिकांश होटलों में खुल्ला पैसे को लेकर पर्यटकों तथा होटल मालिकों के बीच मारा-मारी की स्थिति बनी रही. डुवार्स के अधिकांश होटलों में ऑन लाइन पेमेंट की भी व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा होटलों में खाने तथा घुमने के लिए वाहन वालों को पैसे देने में भी किचकिच का सामना पर्यटकों को करना पड़ रहा है. डुवार्स के गोरूमारा, जलदापाड़ा, फुंशोलिंग तथा भूटान आदि क्षेत्र में घुमने आये पर्यटक अचानक लौटने लगे हैं. रेलवे स्टेशनों पर 72 घंटे तक 1000 तथा 500 रुपये के नोट चलने की व्यवस्था मोदी सरकार ने कर रखी है. दो दिनों तक तमाम बैंकों के एटीएम भी बंद हैं. पर्यटकों का कहना है कि अधिक परेशानी हो, इससे पहले ही लौट जाना बेहतर है.
डुवार्स के होटल कारोबारी अशोक अग्रवाल ने कहा है कि नोट की समस्या के कारण पर्यटकों को काफी परेशानी हो रही है. कई परेशान पर्यटकों से 500 एवं 1000 के नोट भी लेने पड़े हैं. खासकर भूटान घुमने आने वाले पर्यटक अपनी बुकिंग रद्द करा कर लौटना चाहते हैं. पहले डुवार्स में भूटानी मुद्रा न्यूलट्रन का भी प्रचलन था.
चार साल पहले भारतीय सीमा क्षेत्र में भूटानी नोट को प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके कारण पर्यटक पहले से ही परेशान थे. ऊपर से 1000 तथा 500 रुपये का नोट प्रतिबंधित कर देने से पर्यटकों की परेशानी काफी बढ़ गयी है.
डुवार्स के सामसिंग फांड़ी घुमने आये एक पर्यटक बोलपुर के सुबीर बोस ने बताया है कि वह अपने टूर ऑपरेटर से कुछ 100 रुपये का नोट जुगाड़ कर पाये हैं. इसी नोट के सहारे वह वापस लौट जाना चाहते हैं. डुवार्स घुमने की मंशा उनकी अधूरी रह गई. लाटागुड़ी के पर्यटन कारोबारी कमल भौमिक ने कहा है कि नोट रद्द होने से पर्यटकों को परेशानी हो रही है. रुपये की कमी के कारण लाटागुड़ी में काफी पर्यटक अपने-अपने कमरे में ही बंद रहे. जो लोग होटल बुक करा चुके हैं, उन्हें कहीं घुमने के लिए वाहन चालकों को पैसे देने में परेशानी हो रही है. इसी वजह से ऐसे पर्यटक अपने कमरे में ही आराम कर रहे हैं. ऐसे पर्यटकों की संख्या भी कम नहीं है, जो वापस लौटने की टिकट बनाने में लगे हुए हैं.
इधर, डुवार्स के विभिन्न जंगलों में बुधवार को जंगल सफारी बंद कर दिया गया है. हाथियों की पीठ पर सवार होकर अथवा खुली जीप से जो पर्यटक जंगल घुमना चाहते थे, वह यहां आकर निराश हैं. गोरूमारा जंगल में जंगल सफारी की बुकिंग काउंटर को बंद रखा गया है. अधिकारियों का कहना है कि 1000 तथा 500 रुपये के नोट को लेकर हुई नयी परेशानी की वजह से ही जंगल सफारी की बुकिंग बंद है. जाहिर है पर्यटक 1000 तथा 500 रुपये का नोट लेकर ही यहां बुकिंग कराने आते. अगर बुकिंग नहीं की जाती, तो पर्यटकों के साथ चिकचिक तथा बहस होने की संभावना बनी रहती. इस तरह की परिस्थिति को टालने के लिए ही जंगल सफारी बंद रखना पड़ा है. सिलीगुड़ी के प्रमुख पर्यटन कारोबारी तथा एतवा के अध्यक्ष सम्राट सान्याल ने भी कहा है कि मोदी सरकार के इस अचानक लिये गये निर्णय से पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने अचानक यह निर्णय ले लिया. परेशानी इसी की वजह से हो रही है.
पर्यटक हो रहे हैं परेशान
सम्राट सान्याल ने आगे कहा कि सरकार के इस नये निर्णय से 40 प्रतिशत पर्यटकों को परेशानी नहीं होगी. जबकि 60 प्रतिशत पर्यटक काफी परेशान होंगे. आर्गनाइज्ड सेक्टर के माध्यम से आने वाले पर्यटक आम तौर पर बुकिंग तथा अग्रिम भुगतान टूर ऑपरेटरों को करके ही घुमने के लिए आते हैं. ऐसे पर्यटक टूर ऑपरेटरों को ऑनलाइन भुगतान पहले ही कर देते हैं. उनकी बाकी सारी जिम्मेदारी जैसे होटलों में रहने, खाने-पीने, घुमने आदि की जिम्मेदारी टूर ऑपरेटर उठाते हैं. परेशानी ऐसे पर्यटकों को हो रही है जो दार्जिलिंग तथा डुवार्स घुमने के लिए यहां आ रहे हैं और यहां आने के बाद होटलों आदि की बुकिंग कराते हैं. ऐसे पर्यटकों की संख्या करीब 60 प्रतिशत है.
फिलहाल राहत के आसार नहीं
पर्यटकों तथा आम लोगों को मोदी सरकार के इस नये निर्णय से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं. 9 और 10 तारीख को बैंक बंद है. 11 नवंबर से प्रधानमंत्री ने बैंक तथा पोस्टऑफिस से नोट जमा करने या बदलने की सुविधा दी है. 11 तारीख के बाद अगले दिन 12 नवंबर को महीने का दूसरा शनिवार होने से बैंक ऐसे ही बंद रहेंगे. जबकि 13 नवंबर को रविवार है.
माना जा रहा है कि 14 नवंबर को भी गुरूनानक जयंती पर सभी बैंकों की छुट्टी रहेगी. ऐसे में पर्यटकों के पास सिर्फ 11 तारीख को ही नोट बदलने अथवा जमा करने का मौका है. उस दिन बैंकों तथा एटीएम काउंटरों पर लोगों की भारी भीड़ रहेगी. पर्यटक भला घुमेंगे या नोट बदलने के लिए घंटों तक लाइन में खड़े रहेंगे. यही सब सोचकर काफी पर्यटक यहां से जा रहे हैं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement