आसनसोल : आगामी संसदीय चुनाव में आसनसोल संसदीय क्षेत्र से अपनी जीत को बरकरार रखने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने चुनावी तैयारियों को सघन करने का अभियान शुरू कर दिया है. आगामी 22 जुलाई से 24 जुलाई तक भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बर्नपुर में होगी. इसमें कई केंद्रीय नेता भी शामिल होंगे. मेदिनीपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा के बाद आसनसोल में होनेवाली इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसमें तृणमूल सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के पार्टी में शामिल होने की संभावना है.
भाजपा जिलाध्यक्ष लक्ष्मण घडुई ने कहा कि पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की त्रिदिवसीय बैठक 22 जुलाई से 24 जुलाई तक बर्नपुर में होगी. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तथा आरएसएस के मजबूकत स्तंभ रामलाल, संयुक्त राष्ट्रीय महाससचिव श्री प्रकाश, राष्ट्रीय सचिव सुरेश पुजारी, राज्य के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय सिचव राहुल सिन्हा, सांसद रूपा गांगुली, राज्य महिला प्रदेश अध्यक्ष लॉकेट चटर्जी आदि मुख्य रूप से शामिल होंगे.उन्होंने कहा कि इस बैठक में आगामी संसदीय चुनाव की मुख्य रणनीति तय होगी.
- पार्टी के कई केंद्रीय नेताओं की होगी मौजूदगी, तैयारियों को मिलेगी गति
- राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, प्रधानमंत्री की सभा के बाद लक्ष्य पर नजर
- कुल 42 सीटों में से 22 पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य दिया है नेतृत्व ने
- विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता पार्टी में शामिल होने की करेंगे घोषणा
पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेतृत्व ने राज्य की 42 संसदीय सीटों में से 22 संसदीय सीटों पर जीत का लक्ष्य निर्धारित किया है. कुछ दिन पहले पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पुरुलिया तथा राज्य मुख्यालय का दौरा किया. इसके बाद आगामी 16 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मेदिनीपुर में जनसभा को संबोधित करेंगे. इस सभा में लाखों समर्थकों के शामिल होने की संभावना है. इसके बाद आसनसोल में होनेवाली यब बैठक लंबी रणनीति का हिस्सा है.
उन्होंने कहा कि आसनसोल संसदीय सीट पार्टी नेतृत्व के लिए काफी महत्व रखती है. पिछले चुनाव में पार्टी ने 70 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में जीत का अंतर और अधिक होगा. उन्होंने कहा कि आसनसोल में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक करने के पीछे यहां की टीम को ऊर्जान्वित करना तथा बूथ लेबेल तक जनसंपर्क को मजबूत करना है.
इसका लाभ संसदीय चुनाव में मिलेगा.
उन्होंने कहा कि तृणमूल में सत्ता के लोभियों की जमात काफी बढ़ गयी है. पार्टी कई गुटों में बंट गयी है तथा जनविरोधी नीतियों के कारण तृणमूल जनता से पूरी तरह से कट गयी है. आम जनता में काफी नाराजगी है तथा इस गुटबाजी का फायदा इस चुनाव में भी मिलेगा. उन्होंने दावा किया कि बैठक में पार्टी के वरीय नेताओं की मौजूदगी में विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कर्मी व नेता पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं.