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गोजमुमो समर्थकों व पुलिस में भिड़ंत
फिर सुलगा पहाड़. पुलिस ने गुरुंग के कार्यालय पर मारा छापा, बड़े पैमाने में हथियार व नकदी बरामद पहाड़ एक बार फिर सुलग गया है. गुरुवार को पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोरचा प्रमुख विमल गुरुंग के कार्यालय पर छापामारी कर दी. इस दौरान बड़े पैमाने पर हथियार और नगद राशि बरामद की गयी. इसके बाद […]
फिर सुलगा पहाड़. पुलिस ने गुरुंग के कार्यालय पर मारा छापा, बड़े पैमाने में हथियार व नकदी बरामद
पहाड़ एक बार फिर सुलग गया है. गुरुवार को पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोरचा प्रमुख विमल गुरुंग के कार्यालय पर छापामारी कर दी. इस दौरान बड़े पैमाने पर हथियार और नगद राशि बरामद की गयी. इसके बाद गोजमुमो समर्थक पुलिस से भिड़ गये. पुलिस पर पथराव के साथ कई वाहनों में आग लगा दी गयी. पुलिस ने भी हालात को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. गोजमुमो ने अब अनिश्चितकालीन पहाड़ बंद का एलान कर दिया है.
दार्जीलिंग : अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग को लेकर राज्य की ममता सरकार गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) पर आग बबूला हो गयी है. यही कारण है कि पुलिस ने गोजमुमो तथा इसके सुप्रीमो विमल गुरुंग के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान की शुरूआत की है. इस कार्रवाई को लेकर न केवल दार्जिलिंग बल्कि पूरे पहाड़ पर खलबली मची हुई है.
वा संगठन युवा मोरचा ने पहले ही राज्य सरकार के खिलाफ गुरुवार को रैली निकालने की घोषणा कर रखी थी. इसको देखते हुए पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद थी. दार्जिलिंग शहर में हर ओर पुलिस वाले ही नजर आ रहे थे.पुलिस किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी. इसी क्रम में गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग के गांव पातलेबास स्थित मोरचा के केंद्रीय कार्यालय में पुलिस ने धावा बोल दिया. जिला पुलिस अधीक्षक अखिलेश चतुर्वेदी के नेतृत्व में बड़ी संख्या मे पुलिस वालों ने मोरचा कार्यालय पर छापामारी की. पुलिस सूत्रों के अनुसार वहां से बड़े पैमाने पर हथियार और नगदी बरामद की गयी.
पुलिस ने बताया कि खुकुरी,तीर,विस्फोटक सामग्री,रेडियो सेट आदि मिले. इसके अलावा दो-दो हजार रुपये के लाखों रुपये भी बरामद किये गये हैं. इन रुपयों को एक बैग में भरकर रखा गया था. पुलिस ने पातलेबास के मोरचा कार्यालय को सील कर दिया है.पुलिस की इस कार्रवाई के बाद ही पातलेबास रणभूमि में तब्दील हो गया. गुस्साए मोरचा समर्थकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस ने भीड़ को तितर बितर आंसू गैस के गोले दागे. मोरचा समर्थकों ने एक टीवी चैनल के ओवी वैन को भी आग के हवाले कर दिया. बाद में पत्रकारों बातचीत में पुलिस अधीक्षक अखिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि मोरचा ने पहले ही पुलिस पर हमले की बात कही थी. उसके बाद ही सावधानी के तौर पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है.
उन्होंने बताया कि मोरचा कार्यालय से हथियार और नगद रुपये बरामद किये गये है. इधर, पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ मोरचा ने अनिश्चितकाल के लिए पहाड़ बंद का एलान कर दिया है. दूसरी ओर पहाड़ पर और भी कई स्थानों पर वाहन जलाये जाने की घटना घटी है. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विमल गुरुंग की गाड़ी भी जला दी गयी है. इसको लेकर पुलिस निशाने पर है. कार्सियांग में भी गाड़ी जलाने की घटना घटी है.
क्या कहते हैं मोरचा नेता: मोरचा के केंद्रीय महासचिव रोशन गिरि ने कहा है कि राज्य सरकार पुलिस की मदद से गोरखालैंड आंदोलन को कुचलना चाहती है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर उन्होंने पहाड़ की शांति को भंग करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोरचा कार्यालय से तीर-धनुष की बरामदगी में आश्चर्य जैसी कोई बात नहीं है. यह गोरखाओं की संस्कृति है. पुलिस बड़े पैमाने पर हथियार बरामद करने की बात कर अफवाह फैला रही है.
आशा गुरुंग ने भी बोला हमला
जीटीए चीफ विमल गुरुंग की पत्नी ने भी पुलिस अभियान को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है.उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके घर में भी तोड़फोड़ की है.उनकी गाड़ी को भी आगे के हवाले कर दिया गया. उन्होंने पुलिस पर गाड़ी जलाने का आरोप लगाया है.
सड़कें वीरान,पर्यटक लौटे: अनिश्चितकाल के लिए पहाड़ बंद की घोषण होते ही यहां की सड़कें वीरान हो गयीं. तमाम दुकानें भी धमाधम बंद हो गयी. जो वाहन थे वह भी नीचे सिलीगुड़ी उतर आये. पहाड़ से पर्यटक भी लौट गए हैं.
पुलिस कार्रवाई की निंदा: गोजमुमो ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. दार्जीलिंग प्रेस गील्ड में गोजमुमो स्टडी फोरम के सदस्य स्वराज थापा ने कहा कि जीटीए चीफ विमल गुरुंग को कैबिनेट मंत्री का दरजा मिला हुआ है. पुलिस उनके कार्यालय में कैसे छापामारी कर सकती है. पुलिस ने छापामारी के नाम पर जो बरामदगी की है उसमें विद्यार्थियों द्वारा खेलने वाले तीर,कृषि कार्य में प्रयोग किये जाने वाले औजार आदि शामिल हैं. उन्होंने गोरखालैंड की मांग को लेकर तत्काल त्रिपक्षीय बैठक बुलाने की भी मांग की. उन्होंने प्रेस की गाड़ी जलाये जाने पर खेद भी प्रकट किया.
डीआइबी के डीएसपी बदले गए
दार्जीलिंग पर्वतीय क्षेत्र के पुलिस प्रशासन में फेर बदल जारी है. पुलिस अधीक्षक तथा कालिम्पोंग और कर्सियांग थाना के आइसी के बदले जाने के बाद अब डीआइबी के डीएसपी भी बदले गए हैं. दार्जिलिंग में अभिजीत मित्रा डीआइबी के नये डीएसपी होंगे. वह प्रदीप सिंह का स्थान लेंगे. यहां उल्लेखनीय है पिछले सप्ताह दार्जिलिंग में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस अधीक्षक अमित पी जवालगी को हटा दिया गया था. उनको अब कंपलसरी वेटिंग में भेजा गया है. उनके स्थान पर अखिलेश चतुर्वेदी वर्तमान में दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक हैं.
एक मोरचा नेता की गिरफ्तारी भी
पुलिस ने पेदोंग से मोरचा नेता बिमल प्रधान को गिरफ्तार किया है. उनपर हिंसा फैलाने का आरोप है.इसके अलावा और भी कई मोरचा नेता निशाने पर हैं. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार और भी कइ उपद्रवियों की पहचान कर ली गयी है और उनको पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
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