माम्पी ने इसी वर्ष स्थानीय श्यामसुखी उच्च विद्यालय से बारहवीं की परीक्षा दी थी. पढ़ाइ पर ध्यान ना देने और परिवार की बात नहीं मानने की वजह से आज सुबह माता-पिता ने उसे डांट लगायी थी. इतने में ही छात्रा ने घर में रखे चूहे मारने की दवा खाने का नाटक करने लगी. इसी क्रम में जहर का कुछ अंश उसके भीतर चला गया. थोड़ी देर बाद उसकी तबीयत अचानक खराब हो गयी. इलाज के लिये उसे गाजल ग्रामीण अस्पताल में भरती कराया गया.
यहां के डॉक्टरों ने छात्रा को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. कुछ घंटे इलाजरत रहने के बाद उसकी मौत हो गयी. छात्रा के पिता गुरुपद दास और मां छवि दास ने बताया कि परीक्षा के बाद वह सहेलियों के साथ अधिक समय बिताने लगी थी. रात में देर से घर लौटती थी. इसलिए आज सुबह उसे डांट लगायी गयी थी. इसकी वजह से वह जहर खा लेगी यह नहीं सोचा था. बारहवीं की छात्रा के इस तरह मौत से इलाके में शोक की लहर है.