कोलकाता: जूट उद्योग की प्रमुख ट्रेड यूनियनों ने श्रमिकों की मांगों को लेकर 12 फरवरी को जूट मिलों में सांकेतिक हड़ताल करने की चेतावनी दी है. मंगलवार को नेशनल यूनियन ऑफ जूट वर्कर्स के महासचिव गणोश सरकार ने बताया कि जूट उद्योग की सभी 20 सक्रिय ट्रेड यूनियनों के बीच हड़ताल पर सहमति बनी है.
इस संबंध में यूनियनों की ओर से मिल मालिकों को नोटिस भेज दिया गया है.
उन्होंने कहा कि यदि सरकार और मिल प्रबंधन हमारी मांगें नहीं मानते हैं, तो हम बेमियादी हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे. वेतन वृद्धि की मांग फरवरी 2013 से ही लंबित है, लेकिन राज्य सरकार व मिल प्रबंधन, दोनों ही इस मुद्दे पर उदासीन हैं. ट्रेड यूनियनों की मुख्य मांग वेतन में बढ़ोतरी की है.