कोलकाता: राज्य सरकार ने बीमार सरकारी चाय बागानों के श्रमिकों को सरकारी नौकरी का विकल्प देने का प्रस्ताव दिया है. सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में औद्योगिक मूलभूत सुविधा स्थायी समिति की बैठक हुई. बैठक के बाद उद्योग मंत्री अमित मित्र ने बताया कि पश्चिम बंगाल चाय विकास निगम के अधीन पांच चाय बागानों की हालत खराब है.
इनमें तीन दाजिर्लिंग तथा दो डुवार्स में हैं. इन चाय बागानों में 225 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इन चाय बागानों को लाभदायक बनाने की कोशिश की जायेगी.
इसके तहत रणनीतिक निवेश होगा तथा श्रमिकों को सरकारी नौकरी दी जायेगी. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में सरकारी नौकरियों के पद रिक्त हैं. सरकारी नौकरी के अतिरिक्त श्रमिक अगर क्षतिपूर्ति लेना चाहेंगे, तो उन्हें क्षतिपूर्ति भी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विकास का नया मॉडल शुरू किया है. इस मॉडल से बंगाल में विकास की धारा बह रही है.