दिल्ली में 2012 के दिसंबर के ही महीने में एक दामिनी के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. यह घटना पूरे साल भर देशवासियों के जेहन में ताजा रही. ऐसी घटनाएं रोकने के लिए हर स्तर पर प्रयास किये गये. लेकिन नतीजा सिफर रहा. साल खत्म होते-होते कोलकाता में एक और दामिनी ने वहशी दरिंदों के गलत इरादों का शिकार हुई. साथ ही आने वाले 2014 के लिए एक बड़ा सवाल छोड़ गयी.
कोलकाता: करीब दो महीने पहले दो दिन में दो बार सामूहिक बलात्कार की शिकार और 23 दिसंबर को खुदकुशी का प्रयास करने वाली 16 साल की बालिका ने वर्ष के अंतिम दिन मंगलवार को यहां एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. पीड़िता को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भरती कराया गया था. उसने दमदम के पास अपने घर में आत्मदाह का प्रयास किया था जिसके बाद उसके परिजनों ने उसे अस्पताल में भरती कराया था.
क्या है मामला
मध्यमग्राम के पाटूली शिवतल्ला इलाके में 25 अक्तूबर को नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. उसी इलाके के छोटू और उसके पांच सहयोगियों पर गैंगरेप का आरोप लगा था. दूसरे दिन परिवार ने घटना की शिकायत मध्यमग्राम थाने में दर्ज करायी थी. मेडिकल जांच के बाद घर लौटने पर आरोपियों ने फिर बालिका का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया. जिसके बाद पुलिस ने छोटू सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पीड़िता के पेशे से टैक्सी ड्राइवर पिता अपने परिवार को लेकर एयरपोर्ट क्षेत्र में आकर किराये के मकान में रहने लगे, लेकिन मकान मालिक का बेटा आरोपियों का दोस्त निकला. वह अपने साथियों के साथ मिल कर मामला वापस लेने के लिए पीड़िता और परिवार को अपमानित करने लगा. अपमान सहन न कर पाने की वजह से पीड़िता ने 23 दिसंबर को आग लगा ली. इस मामले में एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने मिंटा और उसके साथी को गिरफ्तार किया था.