कोलकाता: दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में बननेवाला मोआ सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी निर्यात किया जाता है और एक निश्चित समय में बनने वाले इस अलग प्रकार की मिठाई से यहां के कारोबारियों को प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये की आमदनी होती है. अब जयनगर की मोआ की भांति राज्य सरकार ने यहां के समुद्र तटवर्ती क्षेत्र में पाये जानेवाले शुटकी मछली का भी निर्यात करने की योजना बनायी है.
इन मछलियों को सही प्रकार से पैकेजिंग कर विदेशों में निर्यात करने के लिए राज्य सरकार ने जादवपुर यूनिवर्सिटी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग (आइआइपी) के साथ संपर्क साधा है. यह जानकारी सोमवार को राज्य के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सुब्रत साहा ने दी. उन्होंने बताया कि यह दोनों संस्थाएं मिल कर मछलियों को अच्छी प्रकार से साफ कर इसकी पैकेजिंग के लिए मदद करेंगी, ताकि इनको आसानी से विदेशों में भेजा सके.
इसके लिए राज्य सरकार ने पूर्व मेदिनीपुर के दीघा व दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंडहार्बर में विशेष जोन बनाया जायेगा, जहां इन मछलियों को निर्यात करने के लिए पैकेजिंग किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि राज्य के समुद्र तटवर्ती क्षेत्र दीघा, शंकरपुर, जूनपुर, काकद्वीप, डायमंडहार्बर में इस प्रकार की मछलियां अधिक पायी जाती हैं, इसलिए इस क्षेत्र में ही विशेष जोन बनाया जायेगा, जहां से मछलियों का निर्यात होगा.