कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए के गांगुली के पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफे की मांग की है. एक महिला इंटर्न द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत के संबंध में तीन न्यायाधीशों की शीर्ष अदालत की समिति द्वारा गांगुली को दोषारोपित किये जाने की खबर के बाद तृणमूल ने उन पर आज हमला तेज कर दिया.
तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय ने पीटीआई से कहा, ‘‘यह साबित हो गया है कि महिला की शिकायत प्रथमदृष्टया सही है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्यायमूर्ति गांगुली को अपना खुद का चेहरा बचाने के लिए और उच्च पद की प्रतिष्ठा बचाने के लिए पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.’’
पूर्व केंद्रीय शहरी विकास राज्यमंत्री राय ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘समस्या यह है कि चूंकि तथाकथित अपराध दिल्ली में हुआ इसलिए कोलकाता पुलिस मामले में कुछ नहीं कर सकती और केवल दिल्ली पुलिस ही कार्रवाई कर सकती है. हालांकि अगर दिल्ली उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दाखिल की जाती है तो वह कार्रवाई कर सकता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह राज्य सरकार के लिए शर्मिंदगी की बात है क्योंकि सभी जानते हैं कि न्यायमूर्ति गांगुली राज्य सरकार के आलोचक रहे हैं.’’ राय ने कहा कि राज्य सरकार हड़बड़ी में कार्रवाई नहीं कर सकती क्योंकि ऐसा करना उसकी तरफ से प्रतिशोध की कार्रवाई समझा जाएगा.