कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फिर राज्य की विरोधी पार्टियों के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कहा कि अगर वे पश्चिम बंगाल के विकास में साथ नहीं दे सकती हैं, तो कम से कम यहां विनाश की राजनीति नहीं करें. राज्य में जिस प्रकार से विकास कार्यो पर तेजी से काम चल रहा है, इसके लिए कोई भी राज्य सरकार को चुनौती नहीं दे सकता.
मंगलवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आदिवासियों के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल सरकार राज्य के आदिवासियों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री आदिवासी विकास विभाग की भी मंत्री हैं.
मेधावी छात्र हुए सम्मानित
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मेधावी आदिवासी छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें अवार्ड से नवाजा. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य के आदिवासियों को भी समाज के उत्थान के लिए सामने आने की अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों को हर संभव मदद करने को तैयार है. ऐसा कभी नहीं होगा कि पैसों की कमी के कारण मेधावी छात्र पढ़ाई नहीं कर पायेंगे. इनकी पढ़ाई व विकास के लिए फंड की कोई कमी नहीं है.
केंद्र पर लगाया अनदेखी करने का आरोप
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से आदिवासियों के लिए वन का अधिकार दिलाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि आदिवासियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए ही राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में ओलचिकी भाषा में भी शिक्षा दी जा रही है. मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से अब तक 30 हजार आदिवासी छात्रों को साइकिलें प्रदान की गयी हैं और करीब एक लाख से अधिक छात्रों को सब्सिडी प्रदान की गयी है. राज्य सरकार का यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा. वह चाहती हैं कि आदिवासी छात्र भी आइटी व कॉरपोरेट कंपनियों में काम करें.