कोलकाता: सोमवार को अपराह्न आंधी-बारिश के बीच तीन अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली की चपेट में आने से तीन छात्राओं सहित पांच लोगों की मौत हो गयी. अन्य पांच छात्रएं झुलस गयीं, जिनमें दो की हालत गंभीर है. उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया है.
पहली घटना उत्तर 24 के देगंगा थाने के हादीपुर की है. हादीपुर आदर्श उच्च विद्यालय की कक्षा छह की छात्रएं परीक्षा देकर घर लौट रही थीं. तभी तेज आंधी व बारिश से बचने के लिए आठ छात्रएं एक निर्माणाधीन दुकान के नीचे खड़ी हो गयीं. बारिश के दौरान सभी जोरदार धमाके के साथ वज्रपात की चपेट में आ गयीं. वह दुकान के ढहने से उसके मलबे में दब गयीं. स्थानीय लोगों व पुलिस ने बचाव कार्य शुरू कर दिया. घायल छात्राओं को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने चंदना मंडल, रीता सरदार और शिप्रा पारुई को मृत घोषित कर दिया. जबकि मंजुल कहार और शंपा खातून को गंभीर हालात में आरजी कर अस्पताल में भरती कराया गया. इन दोनों की हालत गंभीर बतायी गयी है. इसके साथ तीन अन्य छात्राओं को हाड़ोवा सदर अस्पताल में भरती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. वज्रपात की चपेट में आयीं छात्राओं की उम्र 11 से 13 वर्ष के बीच बतायी गयी है.
सड़क पार करते समय आया बिजली की चपेट में
विधाननगर दक्षिण थाना अंतर्गत कुलीपाड़ा इलाके में सोमवार अपराह्न 3 बजे के करीब वज्रपात से निताई मंडल (45) की मौत हो गयी. पुलिस ने बताया कि सड़क पार करने के दौरान वज्रपात की चपेट में आ गया. वह कुलीपाड़ा का रहनेवाला था.
किसान की मौत
उधर, प्रगति मैदान इलाके के दुर्गापुर मठ में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से खेत में काम कर रहे रंजन सोना उर्फ गोपाल (35) की मौत हो गयी. वह प्रगति मैदान इलाके के भैंसा तल्ला का रहने वाला था. वज्रपात की चपेट में आने के बाद उसे एनआरएस अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.