कोलकाता: पढ़ाई के दौरान सीनियर छात्राओं द्वारा लगातार तंग किये जाने से परेशान होकर तीन छात्राओं ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की. हालांकि समय रहते गंभीर हालत में सभी को एमआर बांगुर अस्पताल में भरती किया गया. जहां चिकित्सा के बाद सभी की जान बचा ली गयी. घटना दक्षिण कोलकाता के पाटुली इलाके के एक निजी होम में गुरुवार सुबह घटी. पाटुली इलाके के दुर्गा प्रसन्न परमहंस रोड में श्री रामकृष्ण आनंद आश्रम नामक एक निजी होम है. छात्राओं के अभिभावकों ने होम के अध्यक्ष व परेशान करने वाली छात्राओं के खिलाफ पाटुली थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है.
क्यों जान देने को हुई मजबूर
पुलिस के मुताबिक इस होम में बच्चो को पढ़ाया-लिखाया जाता है. गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले बच्चे यहां रह कर पढ़ाई करते हैं. गुरुवार सुबह स्वतंत्रता दिवस के दिन होम में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले तीन छात्राओं ने अचानक जूं मारने की जहर खाकर जान देने की कोशिश की. समय रहते तीनों छात्राओं को बांगुर अस्पताल में भरती कराया गया. जहां प्राथमिक चिकित्सा मिल जाने के कारण तीनों की जान बच गयी. खबर पाकर छात्राओं के अभिभावक भी वहां पहुंचे.
अभिभावकों का आरोप
आभिभावकों ने बताया कि यहां उनकी बच्चियां कक्षा आठ में पढ़ती है. कक्षा नौ में पढ़ने वाली कुछ छात्रएं आये दिन इनकी टिफिन खाने से लेकर इन्हें मारना-पीटना और अपने काम करवा कर उन्हें तंग किया करती थी. पीड़ित छात्राओं ने अपने पिता को बताया कि क्लास नौ की उन छात्राओं ने बुधवार रात उन्हें स्वाधीनता दिवस के परेड में सब के सामने बदनाम करने की धमकी दी थी. इसके डर से उन्होंने परेड के पहले जहर खाकर जान देने का फैसला कर लिया.
होम के अध्यक्ष पर भी लगा लापरवाही का आरोप
छात्राओं के अभिभावकों ने बताया कि इसके पहले भी होम के अध्यक्ष से इस संबंध में शिकायत की गयी थी. लेकिन उन सीनियर छात्राओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी. जिसके कारण आज मामला यहां तक आ पहुंचा है.
मामले पर संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) पल्लव कांति घोष ने बताया कि मामले के सभी पहलुओं की जांच करते हुए पाटुली थाने की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जहर खाने वाली छात्राओं की हालत में पहले से काफी सुधार हो रहा है.