-परिवहन मंत्री मदन मित्र का सनसनीखेज खुलासा-
कोलकाताः राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्र ने शनिवार को सनसनीखेज खुलासा किया. उन्होंने कहा कि माओवादी संगठन हिंसक वारदातों को अंजाम देने के लिए सक्रिय हो रहे हैं. परिवहन मंत्री की मानें तो माओवादियों ने उत्तर 24 परगना के बेलघरिया में अड्डा जमा लिया है.
माओवादियों का मुकाबला करने के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने के साथ वार्ड स्तर पर तृणमूल कांग्रेस की संत्रस (जुल्म) विरोधी कमेटी का गठन किया जायेगा. मित्र राज्य सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि बेलघरिया स्टेशन के पास रोजाना माओवादियों का जमावड़ा लगता है. यहां कई स्थानों पर उनकी (माओवादियों) बैठक होती है. इस संबंध में पुलिस को जानकारी दी गयी है. मित्र ने कहा कि नये सिरे से माओवादी संगठनों को पनपने नहीं दिया जायेगा.
उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी पार्टी माकपा की शरण पाकर माओवादी बेलघरिया में डेरा जमा रहे है. उत्तर 24 परगना जिले में दमदम से लेकर मध्यमग्राम तक माओवादी सक्रिय हो गये हैं. इन क्षेत्रों में वह किराये पर मकान लेकर रह रहे हैं. किराये पर मकान दिलाने में माकपा के लोग उनकी मदद कर रहे हैं. इसलिए इस क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में तृणमूल कांग्रेस की ओर से संत्रस विरोधी कमेटी का गठन किया जायेगा, जो इलाके में माओवादियों की गतिविधियों पर नजर रखेगी और इसकी जानकारी पुलिस को देगी. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन आम लोगों को जागरूक किये बिना माओवाद का खात्मा नहीं किया जा सकता. इसलिए अब आम लोगों को माओवादियों के खिलाफ खड़ा किया जायेगा.
क्या है चिंता
मदन मित्र ने कहा कि बेलघरिया या आस–पास के क्षेत्र में माओवादी किसी घटना को अंजाम देकर बेलघरिया एक्सप्रेस वे के माध्यम से 10 मिनट के अंदर बाली से होते हुए हावड़ा की ओर फरार हो सकते हैं. इसलिए माओवादियों ने इस क्षेत्र को अपना ठिकाना बनाया है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस प्रशासन कोबेलघरिया एक्सप्रेस वे व बाली ब्रिज के पास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का निर्देश दिया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने किया है आगाह
केंद्रीय गृहमंत्रालयने राज्य सरकार को पत्र लिख कर पहले ही माओवादी संगठनों से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खतरा होने के प्रति आगाह कर चुका है. केंद्रीय गृह मंत्रलय ने 18 जून को राज्य सरकार को पत्र लिखा था. केंद्र सरकार द्वारा भेजे गये पत्र में मुख्यमंत्री के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सांसद मुकुल राय, सांसद शिशिर अधिकारी, पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को माओवादियों से खतरा होने की बात कही गयी थी.