7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सारधा चिटफंड घोटाला: सुदीप्त सेन ने 1.86 करोड़ में क्यों खरीदी ममता की पेंटिंग्स

कोलकाता/नयी दिल्ली: सारधा चिटफंड घोटाले की गूंज बुधवार को लोकसभा में भी सुनायी दी. हिमाचल प्रदेश से भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने सारधा मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर सारधा से संबंध होने का आरोप लगाया. ठाकुर ने कहा कि सारधा चिटफंड घोटाले से पश्चिम बंगाल की […]

कोलकाता/नयी दिल्ली: सारधा चिटफंड घोटाले की गूंज बुधवार को लोकसभा में भी सुनायी दी. हिमाचल प्रदेश से भाजपा के सांसद अनुराग ठाकुर ने सारधा मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस पर सारधा से संबंध होने का आरोप लगाया. ठाकुर ने कहा कि सारधा चिटफंड घोटाले से पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी जुड़ी है. काले धन को लेकर तृणमूल कांग्रेस के सांसद काला छाता लेकर लोकसभा के बाहर प्रदर्शन करते हैं, लेकिन सारधा चिटफंड घोटाले में 25 लाख लोगों का 20 हजार करोड़ रुपये का घोटाला किया गया. यह सबसे बड़ा चिटफंड घोटाला है.

यह वह नहीं कह रहे हैं, वरन तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष ही कह रहे हैं कि मैं तो छोटा हूं. बड़ी मलाई खाने वाला कोई और है. उन्होंने कहा कि सारधा प्रमुख सुदीप्त सेन ने मुख्यमंत्री की पेंटिंग्स 1.86 करोड़ रुपये में खरीदी. इतनी महंगी पेंटिंग्स कभी नहीं बिकी थी और सुदीप्त सेन ने क्यों मुख्यमंत्री की पेंटिंग्स खरीदी. उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने क्यों सारधा के समाचार पत्रों को लाइब्रेरी व स्कूलों में रखने के लिए फरमान जारी किया.

उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सांसद अहमद हसन इमरान सिमी के पूर्व संस्थापक सदस्य थे. केवल आम लोगों के पैसे को चपत नहीं लगाया, वरन हिंदुस्तान के लोगों के पैसों का इस्तेमाल भारत के बाहर आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया गया. लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने ठाकुर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि इस तरह व्यक्तिगत आरोप लगाना उचित नहीं है. भाजपा चाहे तो इस पर बहस के लिए प्रस्ताव ला सकती है. हम इसके लिए तैयार हैं. उधर, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्र महाजन ने कालेधन के सवाल पर तृणमूल सांसदों द्वारा संसद में काली छतरी प्रदर्शित करने पर कड़ी नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि संसद सदस्यों को गरिमा का ध्यान रखना चाहिए. उन्होंने आइंदा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी.

सीबीआइ पूछताछ के लिए तैयार हूं: मदन

कोलकाता. परिवहन मंत्री मदन मित्रा को बुधवार को एसएसकेएम अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी. करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में इलाज करा कर बाहर निकलने पर उन्होंने कहा कि वह सीबीआइ की पूछताछ के लिए पूरी तरह तैयार हैं. जांच एजेंसी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाती है तो वह जरूर जायेंगे. एक और चिटफंड कंपनी आइ-कोर के साथ उनके नाम जुड़ने के संबंध में उन्होंने कहा कि आइ-कोर से उनका कोई लेना-देना नहीं है.

उन्होंने आइ-कोर कंपनी से एक कप चाय तक नहीं पी है. उनके बेटे का तो कंपनी से संबंध होने का सवाल ही पैदा नहीं होता. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है, हालांकि यह साजिश कौन रच रहा है, इसके बारे में उन्होंने कुछ खुलासा नहीं किया. गौरतलब है कि सारधा मामले में परिवहन मंत्री का नाम सामने आने के बाद सीएम ने भी उनसे दूरियां बना ली है, यहां तक कि उनसे मिलने के लिए पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता भी अस्पताल नहीं पहुंचा था. इस संबंध में परिवहन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पार्टी की सर्वोच्च नेता हैं, इसलिए वह उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहते हैं. गौरतलब है कि सांस लेने में दिक्कत होने पर मदन मित्र को एसएसकेएम अस्पताल में भरती कराया गया था. इससे पहले सारधा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में सीबीआइ ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. तबीयत खराब होने के कारण मदन मित्र सीबीआइ के समक्ष हाजिर नहीं हो सके. जानकारी के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसी पूछताछ के लिए उन्हें फिर सम्मन जारी करेगी.

सृंजय की सीबीआइ रिमांड तीन दिन बढ़ी

कोलकाता. सारधा घोटाले के मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस सांसद सृंजय बोस की जमानत अरजी को खारिज करते हुए अदालत ने बुधवार को उनकी सीबीआइ की हिरासत की अवधि तीन दिन बढ़ा कर 29 नवंबर तक कर दी. अलीपुर अदालत के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट हराधन मुखर्जी ने बोस से और अधिक पूछताछ के लिए सीबीआइ की प्रार्थना पर उनकी हिरासत तीन दिन के लिए बढ़ा दी. अदालत ने बोस की जमानत अरजी खारिज कर दी.

बोस ने अदालत में कहा था कि वह अस्वस्थ हैं और जमानत पर रिहा किये जाने पर जांच एजेंसी के साथ सहयोग करेंगे. सीबीआइ के वकील ने कहा कि शनिवार से बोस की हिरासत के दौरान हर दिन उनकी मेडिकल जांच की गयी. बोस को 21 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. उन्हें अगले दिन अदालत में पेश किया गया था और चार दिन की सीबीआइ हिरासत में भेज दिया गया. सृंजय बोस के वकील ने दावा किया था कि वह किसी भी तरह से सारधा समूह के लेनदेन से नहीं जुड़े और उनकी कंपनी ‘संबाद प्रतिदिन’ केवल खबरों के मामले में सारधा समूह के मालिक सुदीप्त सेन के टीवी चैनल को सेवा प्रदान करती थी जिसके लिए पैसा लिया जाता था. अभियोजन पक्ष ने कहा कि सारधा समूह ने संबाद प्रतिदिन को बहुत पैसा दिया था, जो अनेक योजनाओं के माध्यम से एकत्रित किया गया था.

असम के पूर्व मंत्री से हुई पूछताछ

कोलकाता. सीबीआइ ने सारधा चिटफंड घोटाले की जांच के सिलसिले में बुधवार को असम के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हेमंत विश्व शर्मा से पूछताछ की. शर्मा से कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में संयुक्त निदेशक राजीव सिंह की अगुवाई वाले विशेष जांच दल के सामने पेश होने को कहा गया था. शर्मा बुधवार सुबह विशेष जांच दल के सामने पहुंचे. उनसे सारधा ग्रुप के प्रमुख सुदीप्त सेन से उनकी कथित नजदीकी में बारे पूछताछ की गयी.

जांच एजेंसी उनसे असम में सारधा को अपना नेटवर्क फैलाने देने में उनकी कथित भूमिका तथा इस पोंजी कंपनी की व्यापारिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता के बारे में भी पूछताछ की. शर्मा वर्ष 2001 से असम की तरुण गोगोई सरकार में एक प्रभावशाली मंत्री थे, लेकिन जब उन्होंने गोगोई को हटाने की ही मुहिम छेड़ दी, तो मुख्यमंत्री ने उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया. सीबीआइ ने पूर्व मंत्री अंजन दत्ता और गायक सदानंद गोगोई समेत उनके परिसरों की तलाशी ली थी. अंजन दत्ता से हाल ही में पूछताछ की गयी थी, जबकि सदानंद गोगोई को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें