कोलकाता. राज्य के एकमात्र सुपर स्पेशलिटी अस्पताल एसएसकेएम अस्पताल में मुफ्त में अब किसी जनप्रतिनिधि (सांसद, विधायक इत्यादि) द्वारा जारी किये जाने वाले गरीबी सर्टिफिकेट के आधार पर कोई मरीज भर्ती नहीं हो पायेगा.
हकीकत में अब इसकी जरूरत ही नहीं पड़ेगी. अस्पताल के रोगी कल्याण कमेटी ने इस परंपरा को खत्म करने का फैसला किया है. रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने बताया कि एसएसकेएम अस्पताल में कुल 1772 बेड हैं, जिनमें से 700 बेड मुफ्त परिसेवा के लिए आरक्षित कर दिये जा रहे हैं और इसके लिए किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.
पहले आओ पहले पाओ की पद्धति पर रोगियों को भर्ती किया जायेगा. एसएसकेएम अस्पताल रोगी कल्याण समिति के इस फैसले को सरकारी रूप देने के लिए प्रस्ताव के रुप में स्वास्थ्य भवन भेज दिया गया है.