कोलकाता: रेलवे में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए निवेश का खुला आमंत्रण है. केंद्र सरकार रेलवे का विकास निजी कंपनियों की सहायता से करना चाहती है, जबकि सिर्फ परिचालन का दायित्व अपने हाथों में रखना चाहती है.
यह बातें भूकैलाश वेलफेयर सेटंर की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहीं. श्री सिन्हा का कहना था कि एनडीए सरकार का लक्ष्य रेलवे की परिसेवा को विश्व स्तर का बना कर उसकी आय को बढ़ाना है. साथ ही यात्री परिसेवा को भी बेहतर बनाने की योजना है. उन्होंने कहा कि रेलवे का ऑपरेटिंग रेशियो 94 है.
यानी 100 रुपये की आमदनी होने पर उसमें से 94 रुपये खर्च हो जाते हैं. अगले दो वर्षो में केंद्र सरकार ने इस अनुपात को करीब 10 फीसदी घटा कर 85 से 86 तक लाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश की कई अन्य रेलवे योजनाओं के संबंध में जानकारी दी. उनका कहना था कि रेलवे एक नयी पहल शुरू करना चाहता है. इसके तहत डीआरएम के अधिकार को और भी बढ़ाया जायेगा, क्योंकि जमीनी स्तर पर रेलवे का संचालन उनके ही जरिये होता है. इसलिए उनके सशक्तिकरण से रेलवे के परिचालन को और बेहतर किया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि प्रभात खबर के ‘एक शाम वीरों के नाम ’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ही वह महानगर पहुंचे हैं. कार्यक्रम में भूकैलाश वेलफेयर सेंटर के महासचिव सीताराम राय ने स्वागत भाषण किया. मौके पर पूर्व सांसद आरपी मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता आरके हांडा, पूर्व आइपीएस अधिकारी दिनेश चंद्र वाजपेयी, आयकर विभाग के आयुक्त शिशिर सिन्हा भी उपस्थित रहे. इस अवसर पर प्रभात खबर के यूनिट हेड राकेश सिन्हा ने शॉल पहनाकर मनोज सिन्हा का स्वागत किया.