कोलकाता: बस किराये में बढ़ोतरी की मांग पर बस और मिनी बस मालिकों के छह संगठनों ने 25 जून से तीन दिवसीय हड़ताल करने का एलान किया है. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से बातचीत का द्वार खुला रखा है.
यदि सरकार किराये में बढ़ोतरी किये जाने का आश्वासन देती है, तो आगे के फैसले पर विचार किया जायेगा. इधर, परिवहन मंत्री मदन मित्र ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि राज्य सरकार हड़ताल और बस किराये में वृद्धि के पक्ष में नहीं है. इस मसले के हल के लिए उन्होंने बस मालिकों के संगठनों से बातचीत की बात कही है. इसी बाबत बुधवार को बस मालिकों के छह संगठनों के साथ परिवहन मंत्री की अहम बैठक होगी. इस बैठक के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि बस किराया बढ़ेगा या नहीं.
परिवहन मंत्री ने कहा कि बस व मिनी बस मालिकों के छह संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को बैठक होने वाली थी. इन संगठनों में ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट, बंगाल बस सिंडिकेट, ऑल बंगाल बस एंड मिनी बस को-ऑर्डिनेशन कमेटी, नॉर्थ बंगाल बस ऑपरेटर्स कोऑर्डिनेशन कमेटी और मिनी बस ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी शामिल हैं. कुछ कारणवश बैठक मंगलवार को नहीं हो पायी, लेकिन परिवहन विभाग ने बुधवार की सुबह 11.30 बजे बैठक बुलायी है. बैठक सीटीसी के परिवहन भवन में होगी, जिसमें परिवहन विभाग व कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों के भी शामिल होने की बात है. मंत्री ने कहा कि बैठक में परिवहन विभाग द्वारा हड़ताल नहीं किये जाने का आग्रह किया जायेगा.
2012 में बढ़ा था बस किराया
लगातार पेट्रोल व डीजल की कीमत में इजाफे के कारण अंतिम बार वर्ष 2012 के अक्तूबर में बस किराये में बढ़ोतरी की गयी थी. इसके बाद डीजल की कीमत प्रति लीटर करीब 14 रुपये में बढ़ोतरी हो चुकी है. बस मालिक संगठनों की ओर से किराये बढ़ाने की लगातार मांग की जा रही है. अब बुधवार को परिवहन मंत्री के साथ होनेवाली बैठक में ही तय हो पायेगा कि राज्यवासियों पर बस किराये का बोझ बढ़ेगा या नहीं.