कोलकाता: लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में राजनीतिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं और इसमें तृणमूल समर्थकों की कथित संलिप्तता की शिकायत लेकर वाम मोरचा चेयरमैन बिमान बसु के नेतृत्व में सोमवार को मोरचा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिला. 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राज्य सचिवालय नवान्न भवन पहुंचा. करीब एक घंटे तक मुख्यमंत्री ने वाम नेताओं के साथ बातचीत की.
बैठक के दौरान श्री बसु ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा, जिसमें वाम मोरचा की ओर से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों द्वारा किये गये हमले की जानकारी दी गयी थी.
बैठक के दौरान वाम मोरचा नेताओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाये. मुख्यमंत्री ने वाम नेताओं को घटनाओं की जांच कराने का आश्वासन दिया. बैठक के दौरान सत्तारूढ़ तृणमूल की ओर से मुख्यमंत्री के साथ पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी भी मौजूद थे.
वहीं, वाम प्रतिनिधिमंडल में बिमान बसु के अलावा मंजू मजूमदार, रबिन देव, क्षिति गोस्वामी, जयंत राय सहित 11 नेता शामिल रहे. बैठक के बाद वाम मोरचा चेयरमैन बिमान बसु ने पहले तो कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, लेकिन जब पूछा गया कि मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद वह खुश हैं या नहीं, तो उन्होंने कहा कि इसमें खुश होने की कोई बात नहीं है. सीएम ने कोई आश्वसान दिया है या नहीं, इस पर भी उनका जवाब था कि इसमें आश्वस्त होने की कोई बात नहीं है. जब तक आंखों से नतीजा नहीं देख लेते, तब तक विश्वास नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि वह कुछ दिनों तक इंतजार करेंगे. अगर राज्य सरकार ठोस कदम नहीं उठाती है तो हम सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.