कोलकाता : बंगाली फिल्मों के कलाकार से सांसद बने देव का मानना है कि उनके इस नए अवतार से उनके प्रशंसको में उनकी स्टार अपील पर कोई फर्क नहीं पडेगा, फिर चाहें वे किसी विरोधी राजनीतिक पार्टी के समर्थक ही क्यों न हों. देव ने कहा, ‘‘मैं नहीं सोचता कि तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर सांसद बनने के बाद मेरे भाजपा, कांग्रेस और माकपा से जुडे प्रशंसकों में मेरी लोकप्रियता में कोई कमी आएगी.’’
बंगाली फिल्मों के नायक 31 वर्षीय देव चुनाव के बाद रिलीज के लिए पंक्ति में लगी कई फिल्मों में से पहली ‘बिंदास’ के प्रति दर्शकों के रुझान को देखने के लिए उत्सुक हैं. अन्य फिल्म ‘बुनो हंस’ जो एक कला फिल्म है की रिलीज की भी प्रतीक्षा की जा रही है. घाटाल से सांसद देव को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव लडने के लिए खुद से चुना था. उन्होंने कहा कि फिल्म में गरबेटा और केशपुर जो कि राजनीतिक हिंसा के लिए बदनाम है की चर्चा होना महज एक संयोग था.
देव ने कहा, ‘‘बिंदास एक काल्पनिक कहानी है. यह एक मनोरंजन देने वाली पारंपरिक प्रेम कहानी है. इसकी शूटिंग लगभग एक साल पहले हुई थी जब हम में से किसी को भी नहीं पता था कि मैं घाटाल से चुनाव लडूंगा. तो किसी राजनीतिक मंशा का तो सवाल ही नहीं उठता.’’उनसे जब पूछा गया कि क्या उनके पास बंगाली फिल्म इंडस्टरी के लिए कोई तैयार खाका है तो उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा अपनी फिल्म इंडस्टरी की बेहतरी के लिए प्रयास करते रहे हैं. एक सांसद के रुप में मैं आगे भी इसे जारी रखना चाहूंगा. एक महीने लंबे चला चुनाव प्रचार वाकई आंखें खोलने वाला अनुभव था.’’ उन्होंने कहा कि कम उम्र में ही लोगों का प्रतिनिधि बनकर वे काफी खुश हैं.
‘रोमियो’ में मुख्य भूमिका निभाने वाले कलाकार देव का कहना है कि वे चुनावों से पहले जो थे अब भी वही हैं. बस इतना परिवर्तन हुआ है कि अब उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों का भी ध्यान रखना है. उन्होंने कहा,‘‘मैं वहां से वापस नहीं जा सकता जहां मैंने इतना कुछ पाया हो. मैं अपने क्षेत्र के लोगों का भी ध्यान रखूंगा.’’