आसनसोल: भाजपा प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को नुरुद्दीन रोड स्थित भाजपा के केंद्रीय चुनावी कार्यालय में कहा कि निवर्त्तमान सांसद ने क्षेत्र के विकास के लिए कोई कार्य नहीं किया. नागरिक बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं.
यूनियनबाजी के कारण कारखाना बंद हो गये. न तो मजदूरों का भला हुआ और न ही कारखाना मालिकों का. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि दूसरे राजनीति दलों के नेता व कर्मी प्रचार के दौरान उनके साथ र्दुव्यवहार कर रहे है. बाराबनी में उन्हें काला झंडा दिखाया गया. दो दिन पूर्व ही उन पर झूठा आरोप लगा कि उन्होंने शराब पीकर न सिर्फ चुनाव प्रचार किया, बल्कि डामरा के मंदिरों में प्रवेश भी किया. इसके खिलाफ आसनसोल पूर्वाचल सिटीजंस फोरम के संजय सिंह ने थाना में शिकायत दर्ज करायी. उन्होंने कहा कि वे शराब का सेवन नहीं करते. उन पर लगाया गया आरोप पूर्ण रूप से बेबुनियाद है. रविवार को उनके फेसबुक में फोटो टैग किया गया था. इसमें ओएनओएन एटीएफ ड्रिंगिंग भोतका लिखा गया था. इस हरकत को अंजाम देनेवालों में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है. इस प्रकार की घटिया राजनीति बंद करने की जरूरत है.
पुलिस की भूमिका निंदनीय
जिला अध्यक्ष निर्मल कर्मकार ने कहा कि 15 फरवरी को हरिपुर में भाजपा नेताओं के साथ चुनाव प्रचार के लिए हरिपुर गये थे. अंडाल के थाना प्रभारी तापस पाल व बनबहाल फांड़ी प्रभारी मनोरंजन धर थे. वहां सत्तारूढ दल के कुछ कर्मियों ने उनलोगों की पिटाई की. लेकिन उन्होंने थाना में इसकी कोई शिकायत नहीं की. बाद में उनलोगों को पता चला कि उनके साथ जिला उपाध्यक्ष के नाम महिला के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया गया है. उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण की जानकारी पांच अप्रैल को चुनाव आयोग को दी जायेगी. प्रेस कांफ्रेंस में मौके पर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कष्णा भट्टाचार्य भी उपस्थित थे.
मीडिया कर्मियों से उलङो प्रत्याशी
प्रत्याशी श्री सुप्रियो के संवाददाता सम्मेलन शुरू होने में करीब एक घंटा विलंब होने पर मीडिया कर्मी उठ कर जाने लगे. चुनावी कार्यालय से निकलते समय ही प्रत्याशी प्रवेश कर गये. मीडिया कर्मियों से सामना होते ही उनका विवाद हो गया. बाद में उन्होंने इसका स्पष्टीकरण करते हुए बताया कि उनके वाहन का चालक दोपहर का भोजन करने चला गया था. उसके लौटने में विलंब होने पर दूसरे वाहन से वह चुनावी कार्यालय पहुंचे. इस वजह से उन्हें संवाददाता सम्मेलन पहुंचने में विलंब हुआ.