इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश में गुरुवार तड़के जबलपुर-महाकौशल एक्सप्रेस (12189) महोबा के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी जिसमें करीब 52 यात्री घायल हो गए. महाकौशल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से इस मार्ग पर कई ट्रेनें रद्द कर दी गयी हैं, जबकि कई ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है.
उत्तर मध्य रेलवे के पीआरओ ने बताया कि महाकौशल एक्सप्रेस के आठ डिब्बे महोबा-कुलपहाड के बीच रात दो बजकर सात मिनट पर पटरी से उतर गए जिसमें चार डिब्बे एसी (ए-1, बी-1, बी-2, बी-अतिरिक्त), एक स्लीपर कोच (एस-8), दो जनरल कोच और एक एसएलआर कोच शामिल हैं. ‘‘इस दुर्घटना में जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ और कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आयी हैं.’
उत्तर मध्य रेलवे के मुताबिक 22448 निजामुद्दीन-कुर्ज लिंक एक्सप्रेस झांसी-कुर्ज के बीच रद्द रहेगी. वहीं 12176 ग्वालियर-हावडा चंबल एक्सप्रेस को झांसी-भीमसेन-कानपुर सेंट्रल-इलाहाबाद के रास्ते ले जाया जाएगा और यह ट्रेन झांसी-मानिकपुर-छिवकी मार्ग पर रद्द रहेगी. 54159 झांसी-इलाहाबाद पैसेंजर जेसीओ रद्द कर दी गयी है. इसी तरह, 51807 झांसी-बांदा पैसेंजर भी रद्द कर दी गयी है.
उन्होंने कहा कि कल रवाना हुई 12175 हावडा ग्वालियर चंबल एक्सप्रेस का मार्ग बदलकर इलाहाबाद-कानपुर सेंट्रल-भीमसेन-झांसी के रास्ते निकाला गया. 51822 कुर्ज-झांसी लिंक पैसेंजर आज रद्द रहेगी. इसी तरह, 51808 बांदा-झांसी पैसेंजर आज रद्द कर दी गयी.
रेलवे ने दिए महाकौशल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना की जांच के आदेश
रेलवे ने उत्तर प्रदेश के महोबा के निकट जबलपुर-निजामुद्दीन महाकौशल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना की जांच के आदेश दिये. रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद ने बताया कि रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी जांच करेंगे और रिपोर्ट 10 दिन में आने की उम्मीद है. यह पूछे जाने पर कि क्या यह कोई तोडफोड का मामला था अथवा रेलगाडी में किसी प्रकार की गडबडी के कारण दुर्घटना हुई, उन्होंने कहा, ‘‘रिपोर्ट पेश होने तक किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.” उन्होंने घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण” करार देते हुए कहा कि दुर्घटनाएं नहीं होनी चाहिए क्योंकि रेलवे ने यात्री ट्रैक पर किसी भी तरह की दुर्घटना को जरा भी बर्दाश्त नहीं करने का दृष्टिकोण अपनाया है. दिल्ली जा रही ट्रेन के आठ कोचों के पटरी से उतर जाने से 400 मीटर का ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया.
जमशेद ने बताया कि कि सभी कोच पारंपरिक थे और उनका निर्माण चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्टरी में किया गया था. इस दुर्घटना में कुछ कोच पटरी से उतर गए लेकिन एक दूसरे पर नहीं चढे जैसा कि इस तरह की दुर्घटनाओं में होता है, और इसी वजह से कम नुकसान हुआ है. दुर्घटना के बाद महाकौशल एक्सप्रेस इंजन और 10 कोचों को साथ घटनास्थल से 6.48 बजे सुबह रवाना हुई.
उन्होंने बताया कि इस हादसे से एक घंटा पहले एक अन्य ट्रेन वहां से गुजर चुकी थीं. क्षतिग्रस्त हुए कोचों के 200 यात्रियों को झांसी लाने के लिए 15 बसों को भेजा गया है ताकि वे आगे की यात्रा शुरू कर सकें. इसके अलावा ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों के परिजनों की सहायता के लिए अलग अलग स्टेशनों में 17 हेल्पलाइन नंबर चालू किए गए हैं. रेलवे ने घटनास्थल में मौजूद लोगों के लिए कैटरिंग की व्यवस्था की है. दुर्घटना से 14 ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है जिनमें से सात को परिवर्तित मार्ग से चलाया जा रहा है, जबकि इतनी ही संख्या में ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया है. उन्होंने कहा कि इस लाइन के मध्यरात्रि तक बहाल होने की उम्मीद है.