लखनऊ : उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल को चुनाव आयोग से हासिल करने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ गंठबंधन कर उत्तरप्रदेश के चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.सपाके दोनों गुटों में सुलह की गुंजाइशकम होने के साथ यह बात और मजबूत होती जा रही है. अखिलेश हमेशा से कांग्रेस के साथ गंठबंधन के पक्ष में रहे हैं और कहते रहे हैं कि अगर ऐसा हुआ तो हमलोग 300 से अधिक सीटें जीत लेंगे. इस बीच अखिलेश पार्टी संगठन व चुनाव चिह्न पर कब्जे की लड़ाई में अपने पिता मुलायम सिंह यादव एवं चाचा शिवपाल सिंह यादव पर स्पष्ट बढ़त बनाते हुए दिख रहे हैं.
गुरुवार को अखिलेश द्वारा पार्टी विधायकों की बुलायी गयी बैठक में 209 विधायकों व 56 विधान परिषद सदस्यों ने उनके समर्थन में अपना शपथ पत्र दे दिया है. समाजवादी पार्टी के फिलहाल 403 सदस्यीय उत्तरप्रदेश विधानसभा में 229 विधायक हैं.
ध्यान रहे कि चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव गुट व मुलायम सिंह यादव गुट से अलग-अलग हलफनामा मांगा कर समर्थक विधायकों, विधानपरिषद सदस्यों व सांसदों का ब्यौरा मांगा है. दोनों गुट ने पिछले दिनों चुनाव आयोग में पार्टी के चुनाव चिह्न पर खुद के दावे के लिए अपना आवेदन सौंपा है.
फिलहाल राहुल गांधी देश से बाहर हैं और उनके स्वदेश वापस आने का इंतजार है.कांग्रेसकेकई नेता भीअप्रत्यक्ष तौर पर सपासे गंठबंधन की इच्छा जतातेरहे हैं.