लखनऊ : सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की मुश्किलें आने वाले विधानसभा चुनाव मे बढ़ सकतीं हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना अहमद बुखारी ने सपा प्रमुख को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने चेताया है कि मुसलमानों से 2012 में किये गये वादों को सपा सरकार के द्वारा नहीं निभाया गया है जो काफी अफसोस जनक है.
उन्होंने पत्र में लिखा है कि अगर उनके द्वारा किये गये वादे बाकी बचे दिनों में नहीं निभाये गये तो वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुसलमानों की नाराजगी सपा को भारी पड सकती है. बुखारी ने सपा मुखिया को लिखे खत में कहा कि सपा ने मुसलमानों के आर्थिक, तालीमी और समाजी हालात को बेहतर बनाने के लिये अपने चुनाव घोषणापत्र में 16 खास वादे किये थे लेकिन अफसोस की बात है कि तीन साल गुजर जाने के बावजूद उन पर अमल नहीं हुआ.
शाही इमाम ने हाशिमपुरा नरसंहार मामले में आरोपी सभी 16 पीएसी जवानों को बरी किये जाने के मामले में पीडितों को न्याय दिलाने के लिये सरकार द्वारा अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होने पर भी नाराजगी जाहिर की। मुजफ्फरनगर दंगों को सपा और उसकी सरकार की छवि पर बट्टा लगाने वाली घटना करार देते हुए उन्होंने कहा कि इन दंगों को लेकर मुस्लिम लोग सपा मुखिया के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं. बुखारी ने लिखा कि प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी की वजह से मुसलमानों में दिन-ब-दिन मायूसी बढती जा रही है. अगर यही हाल रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम समाज सपा के प्रति अपनी राय बदल सकता है.