लखनऊ :केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बार बार मना करने के बावजूद उन्हें जानकारी दिये बिना सुरक्षा कवर मुहैया कराया जा रहा है.
शिंदे ने कहा कि सरकार और गृह मंत्रालय का कर्तव्य है कि वह अति विशिष्ट लोगों (वीवीआईपी) की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
उन्होंने माना कि किसी वीआईपी की आवाजाही में जब यातायात रोका जाता है तो आम आदमी को मुश्किलों का सामना करना पडता है. शिन्दे ने कहा कि प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए ऐसा करना पडता है. पुलिस ऐसा करती है. कभी कभार जनता को तकलीफ हो जाती है. आम तौर पर उच्च प्राथमिकता वाले व्यक्ति की सुरक्षा के लिए ऐसा करना पडता है.
शिंदे ने बताया कि केजरीवाल को सुरक्षा एजेंसियों ने तीन बार सुरक्षा लेने के लिए कहा ,लेकिन उन्होंने दो बार इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल की सुरक्षा का कार्य दिल्ली पुलिस कर रही है. दिल्ली के पुलिस आयुक्त ने गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक से बात कर उनसे कहा है कि कौशाम्बी स्थित केजरीवाल के आवास की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को उत्तर प्रदेश सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. दिल्ली पुलिस के आग्रह के बाद गुरुवार को यह फैसला किया गया. बुधवार को आम आदमी पार्टी के कौशांबी स्थित मुख्यालय पर हुए हमले के बाद अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान दिया गया है. इसके साथ ही सुरक्षा बढ़ाये जाने का कारण है कि केजरीवाल गाजियाबाद के कौशांबी के रहने वाले हैं.
दिल्ली पुलिस नेउत्तर प्रदेशसरकार से उन्हें जेड श्रेणी सुरक्षा मुहैया कराने का आग्रह किया. इसके बाद गुरुवार को सुरक्षा समिति की बैठक हुई और इस बैठक में उन्हें यह सुरक्षा प्रदान करने का निर्णय हुआ.