लखनऊ:शिया धर्म गुरू मौलाना कल्बे जव्वाद और उत्तर प्रदेश के काबीना मंत्री आजम खां के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला बढता जा रहा है इस विवाद के थमने की कोई भी संभावना नजर नहीं आ रही है. मौलाना जव्वाद समाजवादी पार्टी के वक्फ मंत्री आजम खां के खिलाफ मानहानि का दावा करने के मुद्दे पर गंभीरता से विचार कर रहे है.
मौलाना जव्वाद ने से बातचीत में कहा कि खां अब उनके खिलाफ निजी हमलों पर उतर आये हैं, जिससे उत्तर प्रदेश का माहौल बिगड रहा है. उन्होंने कहा कि आजम खां
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के लिये मुश्किलें खडी कर रहे हैं.
गौरतलब है कि शिया वक्फ बोर्ड में चुनाव के जरिये भ्रष्टाचार के आरोपियों को पदों पर बैठाने की खां की कथित कोशिश को लेकर जव्वाद द्वारा शुरु की गयी मुहिम के बाद दोनों के बीच पैदा हुई बद-मजगी अब कडवाहट में बदल चुकी है.
जव्वाद द्वारा आंदोलन किये जाने के बाद से खां अलग-अलग दिनों पर तीन बयान जारी करके शिया धर्मगुरु पर भाजपा का एजेंट होने समेत कई आरोप लगा चुके हैं. दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर फिलहाल थमता नहीं दिख रहा है.
उल्लेखनीय है कि गत 3 अगस्त को मौलाना कल्बे जव्वाद ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से मुलाकात की थी, जिसके बाद शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव स्थगित कर दिए गए.
आजम खां ने गत शनिवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को एक पत्र लिखकर वक्फ बोर्ड में पिछले 10 साल में हुए भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी.
शिया धर्मगुरु ने कहा कि अगले दो हफ्ते के अंदर लखनउ में बहुत बडा सम्मेलन होगा जिसमें पूरे हिन्दुस्तान के उलमा तथा अन्य धर्मो के गुरु भी हिस्सा लेंगे. उस जलसे में वक्फ जमीनों पर कब्जे और रामपुर की मौलाना मुहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में जबरन दान लिये जाने तथा कुछ अन्य गडबडियों की सीबीआई जांच की मांग तथा शिया वक्फ बोर्ड के चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
आजम खां ने लखनऊ में कल जारी एक बयान में आरोप लगाया कि जव्वाद धार्मिक मंचों का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हुसैनाबाद ट्रस्ट, जिसके जिम्मे मस्जिदों और संग्रहालयों के रखरखाव का काम है को इस तथाकथित धर्म गुरु ने अपनी राजनीति का अखाडा बना लिया है.
इससे पूर्व आजम खां शिया वक्फ बोर्ड कर संपत्ति की खरीदफरोख्त पर भी सवाल उठाते रहे हैं.
मौलाना जव्वाद ने एक सवाल पर कहा कि वह लगातार निजी हमले कर रहे खां के खिलाफ मानहानि के दावे के मुद्दे पर गम्भीरता से विचार कर रहे हैं.