शाहजहांपुर (उप्र) : स्वामी चिन्मयानंद प्रकरण में कथित पीड़िता के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी ने साक्ष्य के तौर पर चिन्मयानंद का मालिश का वीडियो विशेष जांच दल (एसआईटी) को दिया था, मगर सोशल मीडिया पर यह वीडियो और उसके स्क्रीनशॉट पोस्ट किये जा रहे हैं.
कथित पीड़िता के पिता ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो स्क्रीनशॉट और वीडियो पोस्ट किये जा रहे हैं वे साक्ष्य तो उनकी बेटी के ही पास थे. उनका कहना है कि यह एक साजिश है और वह इसकी जानकारी उच्चतम न्यायालय को देंगे और पूरे मामले की जांच कराने का आग्रह करेंगे. वहीं, दूसरी ओर रविवार को स्वामी चिन्मयानंद के पक्ष में हिंदू महासभा के तथाकथित नेता ओम जी ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह दिसंबर को राम मंदिर का निर्माण करने की घोषणा की है, ऐसे में अगर स्वामी चिन्मयानंद को कुछ हो जाता है तो मंदिर निर्माण में रोड़ा पैदा होगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से चिन्मयानंद के विरुद्ध दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं करने और अगर दर्ज होता है तो उसे रद्द करने का अनुरोध किया.
गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर उन्हीं के कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट कर गंभीर आरोप लगाये थे. उच्चत न्यायालय ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और उसके आदेश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी गठित की जो पूरे मामले की जांच कर रही है.