चक्रधरपुर : प्राथमिक विद्यालय लादुरासाई के प्रधान शिक्षक उमेश प्रसाद की सोमवार को अज्ञात हमलावरों ने हत्या को कर दी. उनके शव को रात भर टोकलो थाना में रखा गया. मंगलवार की सुबह शव को जब पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा ले जाया जा रहा था, तब शिक्षकों ने शव के साथ एनएच-75 को जाम कर दिया.
दिन के साढ़े 11 बजे से साढ़े 12 बजे तक सड़क जाम रही. इस दौरान वाहनों का आवागमन बाधित रहा.
भारी संख्या में पहुंचे शिक्षक
उमेश प्रसाद की हत्या की खबर सुन कर जाम स्थल पर भारी संख्या में शिक्षक पहुंचने लगे. सुबह नौ बजे से ही शिक्षक मुनि बाबा धर्मशाला के पास जुटने लगे. धीरे-धीरे शिक्षकों की संख्या सैकड़ों में पहुंच गयी. इस दौरान शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कमलेश कुमार को भी बुला लिया. शव पहुंचने से पहले ही शिक्षक और शिक्षिकाएं भारी संख्या में सड़क किनारे जमे रहे. जब वाहन से शव पहुंचा, तो शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सड़क जाम कर दिया.
पदाधिकारी को बुलाने की मांग
मौके पर जामकर्ता अनुमंडल पदाधिकारी प्रकाश बिरसा लकड़ा को बुलाने की मांग करते रहे. इस दौरान राज्य सरकार, शिक्षा परियोजना, शिक्षा विभाग के खिलाफ नारे बाजी शुरू हो गयी. कुछ शिक्षक बार-बार मुख्य पवन चौक को जाम करना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस उन्हें रोकती रही.
थाना प्रभारी ने की वार्ता
इधर चाईबासा कोर्ट में मौजूद चक्रधरपुर थाना प्रभारी सकलदेव राम को जब सड़क जाम की सूचना मिली, तो वह फौरन चाईबासा से चक्रधरपुर लौटे और जामकर्ताओं से बात की. जामकर्ता शिक्षकों ने थाना प्रभारी को भी भी मांग पत्र सौंपा और वार्ता के लिए अनुमंडल पदाधिकारी को बुलाने की मांग करते रहे.
ये शिक्षक थे शामिल
जाम स्थल पर श्रवण कुमार मिश्र, रणजीत सिंह, विश्वनाथ प्रधान, ज्योति प्रसाद गुप्ता, रमेश सिंह, मिथिलेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, कोकिल महतो, कमलेश पांडे, मंगलेश पाठक, इकबाल हुसैन, अनिल देहुरी, कामख्या प्रसाद साहु, नूर डाडेल, मो याकूब अंसारी, सत्य रंजन महापात्र, मिश्रि लाल प्रधान, गुलाब विश्वास,उपेंद्र प्रसाद, जय किशन प्रधान, अजय कुमार,अनिरुद्ध चौधरी, एनके सिंहदेव, विदन होरो, एस्थर होरो, अशोक मंडल, राजेश प्रसाद समेत नियमित शिक्षक, पारा शिक्षक, सीआरपी व परियोजना कर्मी समेत सैंकड़ों लोग मौजूद थे.