नोवामुंडी : नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत पोखरपी पंचायत के सिलदौरी व गीतिकेंदु गांव से नौकरी दिलाने का झांसा देकर मंजू पूर्ति नाम की महिला (मझगांव प्रखंड के तिरिलपी गांव निवासी) दो नाबालिग युवतियों को दिल्ली ले गयी. दिल्ली के फरीदाबाद स्थित विजय नगर में जाकर दोनों को बेच दिया गया.
दोनों नाबालिग युवतियों को घरों में कैद कर घरेलू कार्य कराने का खुलासा सामाजिक कार्यकर्ता गीतिकेंदु गांव निवासी मनोज लागुरी ने किया है. इनका कहना है कि दोनों युवतियाें से घरों में खाना बनवाया जाता है. दोनों युवतियां की रिहाई के लिए जेटेया पुलिस से अनुरोध किया गया है. मनोज के अनुसार गुरुवार को दोनों युवतियों के अभिभावक जेटेया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायेंगे.
दिल्ली भेजी गयी नाबालिग युवतियाें में माघे लागुरी उर्फ रीना (पिता भोंज लागुरी सिलदौरी) मैट्रिक पास तथा गीतिकेंदु के सुकमती हेंब्रम जगन्नाथपुर कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्राएं है. यह घटना 15 अप्रैल की है. मंजू पूर्ति ने युवतियों को स्किल्ड डेवलपमेंट के तहत प्रशिक्षण देकर मोटी पगार दिलाने का झांसा दिया था. दोनों छात्राएं झांसे में आ गयी.
दोनों छात्राओं के अभिभावकों ने काफी मशक्कत के बाद मंजू पूर्ति से संपर्क किया तो पता चला कि युवतियां दिल्ली में काम कर रही है. जिस घर में नौकरानी का काम कर रही है उस घर का मोबाइल नंबर भी इन्हें दिया गया लेकिन उस नंबर पर बात नहीं हाे सकी. मंजू पूर्ति ने बताया कि दोनों छात्राएं दिल्ली के फरीदाबाद विजय नगर में घरों में काम करती है. मैं भी घरों में नौकरानी का काम करती हूं. उन्होंने युवतियों से बात कराने की बात कही. लेकिन बाद में उनका नंबर भी बंद हो गया.