चक्रधरपुर : प्रखंड विकास पदाधिकारी निशा कुमारी सिंह व जिला परिषद सदस्य राम लाल मुंडा के बीच सुलह कराने के लिए बुलायी गयी बैठक बेनतीजा रही.
नव पदस्थापित अनुमंडल पदाधिकारी छवि रंजन के नेतृत्व में प्रखंड कार्यालय सभागार में बैठक रखी गयी थी. लेकिन बिना फैसला के ही बैठक चंद मिनटों के अंदर ही खत्म कर दी गयी.
बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी निशा कुमारी सिंह, अंचलाधिकारी लीली एनोला लकड़ा तथा जिप सदस्य राम लाल मुंडा एवं पंचायत प्रतिनिधियों में जिला परिषद के उपाध्यक्ष श्याम सुंदर महतो, प्रमुख रीता सुंबरूई, मुखिया विजय सामाड, जंगल सिंह गागराई, नरेश कोंडाकेल, मदन हांसदा, सिकंदर गुंदुवा, पिंकी जोंको, सुमित्र, चांदमी, विश्वजीत भट्टाचार्य, जयराम मुंडा व बुधराम उरांव आदि उपस्थित थे.
बैठक स्थल में आने से पूर्व एसडीओ ने पहले बीडीओ व सीओ से एक कमरे में बात की. इसके बाद रामलाल मुंडा व श्याम सुंदर महतो से बात की गयी. फिर सभी के साथ बातचीत हुई. लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. बैठक के दौरान एसडीओ ने कहा कि प्रखंड के विकास के लिए प्रशासन व पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधि मिलकर काम करें. जो बातें बीत गयी हैं, उस पर ध्यान नहीं दें.
इसके बाद बैठक खत्म कर दी गई. इस संदर्भ में जिप सदस्य राम लाल मुंडा ने प्रभात खबर को बताया कि एसडीओ द्वारा शार्टकट में बैठक खत्म करा दी गयी. किसी भी पक्ष को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला. एसडीओ समझौता कराना चाहते थे, लेकिन मैं समझौता नहीं कार्रवाई चाहता हूं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख चुका हूं. पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भी उपायुक्त को पत्र लिखा है. मैं कार्रवाई चाहता हूं.