चाईबासा : सोमवार को लगातार दूसरे दिन राज्य के कई इलाकों में आंधी-तूफान और बारिश ने कहर बरपाया. इससे पूरे झारखंड की बिजली व्यवस्था धराशायी हो गयी. पानी की सप्लाइ भी बंद रही. रविवार शाम आयी आंधी-बारिश के बाद चाईबासा शहर में 16 घंटे बाद सोमवार को बिजली आपूर्ति शुरू हुई और दो घंटे बाद दोपहर में आंधी के कारण फिर गुल हो गयी.
आंधी-बारिश के कारण कई स्थानों पर विशाल पेड़ टूट कर गिर गये जिससे तार टूटकर जहां-तहां गिर गये. दूसरी ओर, राजधानी रांची के बड़े इलाकों में 30 घंटे तक बिजली नहीं रही. इस कारण सोमवार को पूरे शहर में जलापूर्ति नहीं हो सकी है. ओरमांझी-कांके विद्युत लाइन रविवार रात से ही क्षतिग्रस्त है. इससे ओरमांझी, बूटी मोड़, रुक्का, कांके, कांके रोड, बरियातू, कोकर में सोमवार को दिन भर बिजली कटी रही.
रांची में 30…
रामगढ़, हजारीबाग, लोहरदगा, गढ़वा, पलामू, सिमडेगा, खूंटी, धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, चाईबासा में कई जगह पेड़ व खंभे गिरने और बिजली के तार टूटने की सूचना है. धनबाद, गिरिडीह में 10 घंटे तक बिजली ठप रही. गुमला में 48 घंटे से पानी व बिजली की आपूर्ति ठप है. लोग पानी खरीद कर पी रहे हैं.
रिम्स में टाले 30 ऑपरेशन : रविवार दोपहर बाद आयी आंधी-बारिश ने राज्य के 10 जिलों में काफी तबाही मचायी. सोमवार तड़के से ही बिजली विभाग के लोग टूट तार व पोल की मरम्मत करने में जुटे रहे. कई इलाकों में मरम्मत का कार्य पूरा हो गया, पर सोमवार शाम को एक बार फिर आंधी-बारिश ने कहर बरपा दिया. कई इलाकों में फिर से बिजली गुल हो गयी. बिजली नहीं होने से सोमवार सुबह बूटी जलागार से रिम्स को पानी की आपूर्ति नहीं हो पायी. रिम्स में मौजूद दो लाख लीटर का संप भी खाली हो गया. पानी नहीं रहने से विभिन्न यूनिटों के पूर्व से तय 30 ऑपरेशन टालने पड़े.
कहीं पेड़ िगरे तो कहीं खंभे. दूसरे िदन भी नहीं हो पायी पूरी मरम्मत, अंधेरे में रहे लोग
जलापूर्ति भी ठप
धनबाद के बड़े इलाकों में 10 से 18 घंटे बिजली बंद रही
रांची के बड़े हिस्सों में 30 घंटे तक बिजली ठप, जलापूर्ति बाधित, रिम्स में टले ऑपरेशन
हजारीबाग के कई गांव अंधेरे में
गिरिडीह में 12 घंटे बिजली गुल रही
गोमिया-महुवाडांड़ में पिछले तीन दिनों से बिजली नहीं
चाईबासा
37 से अधिक पेड़ गिर गये. करीब 28 जगहों पर बिजली के तार टूटे कर गिर गये. कई जगहों पर बिजली के ट्रांसफॉर्मर जल गये.
टुंगरी सहित कई इलाकों में 16 घंटे तक बिजली गुल रही. कुकड़ू प्रखंड के चौड़ा गांव में बिजली के सात पाेल गिर गये
धनबाद
वज्रपात से पाथरीडह ग्रिड में तकनीकी खराबी. शहर के सभी बिजली सब-स्टेशनों में 10 घंटे से अधिक देर तक बिजली अापूर्ति ठप रही.
भेलाटांड़ से धनबाद शहरी क्षेत्र में सोमवार को जलापूर्ति भी नहीं हो पायी.
हजारीबाग
बड़कागांव, केरेडारी, चौपारण, चुरचू, पदमा, इलाकों में भी बिजली के कई तार व पोल क्षतिग्रस्त. कई गांव अंधेरे में
देवुली, लुंदरू गांव व चिरूआ गांव में 11 हजार वोल्ट का तार टूटा
जिले में लोड शेडिंग रोज आठ घंटा हो रहा है. शहरी क्षेत्र में हर एक-दो घंटे में बिजली बाधित
रामगढ़
भुरकुंडा, गोला, कुजू, पतरातू क्षेत्र में कई पेड़ गिरने से तार व पोल टूट गये. 24 से 26 घंटे बाद बहाल हो पायी बिजली. नियमित सप्लाइ नहीं. जलापूर्ति व्यवस्था प्रभावित
गिरिडीह
गिरिडीह में भी 10 घंटे तक बिजली ठप. चैताडीह वाटर प्लांट से सोमवार को जलापूर्ति बाधित रही.
लोहरदगा
लोहरदगा में बिजली के तार टूटे और कई जगहों पर खंभे उखड़ गये. इस कारण बिजली बाधित रही. भंडरा व किस्को अंधेरे में. शहरी क्षेत्रों में बिजली का आना-जाना लगा रहा.
गुमला
गुमला में 48 घंटे से पानी व बिजली की आपूर्ति ठप है. सोमवार को चेंबर ने धरना प्रदर्शन किया. पीएचइडी विभाग के रामसागर सिंह ने बताया कि बिजली नहीं रहने के कारण पानी सप्लाइ बंद है.