मनोहरपुर . अंधेरे कमरे में जमीन पर लेटी थी टायफाइड पीड़ित 5 छात्राएं
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सीडीपीओ ने कहा – इस गंदगी में मैं अपनी बेटी को कभी नहीं भेजती
मनोहरपुर . अंधेरे कमरे में जमीन पर लेटी थी टायफाइड पीड़ित 5 छात्राएं लापरवाही व गंदगी के कारण नौवीं की छात्रा की मौत के बाद भी नहीं सुधरी स्थिति बीडीओ ने वार्डन को फटकार लगाते हुए छात्राओं को सीएचसी में भर्ती कराया मनोहरपुर : मेदासाई स्थित कस्तूरबा विद्यालय में लापरवाही से छात्रा सुशांति टूटी की […]
लापरवाही व गंदगी के कारण नौवीं की छात्रा की मौत के बाद भी नहीं सुधरी स्थिति
बीडीओ ने वार्डन को फटकार लगाते हुए छात्राओं को सीएचसी में भर्ती कराया
मनोहरपुर : मेदासाई स्थित कस्तूरबा विद्यालय में लापरवाही से छात्रा सुशांति टूटी की मौत के बाद भी स्कूल प्रबंधन लापरवाह बना हुआ है. गुरुवार को बीडीओ जितेंद्र पांडे के नेतृत्व में सीडीपीओ नेली तोपनो और पंसस सरिता कुजूर ने विद्यालय में जांच की. बीडीओ ने पाया कि टायफाइड पीड़ित तीन छात्राओं को एक अंधेरे कमरे में जमीन पर लेटाया गया था. इसे देख बीडीओ ने वार्डेन को फटकार लगाते हुए तीन को (8वीं की करमी धनवार, 10वीं की नेहा महतो, 9वी स्टेलिना) को सीएचसी में भर्ती कराने को कहा. वहीं सीएचसी प्रभारी से बात कर उन्हें बेहतर ख्याल रखने का आदेश दिया. विद्यालय परिसर में गंदगी व सफाई व्यवस्था देख सीडीपीओ ने कहा स्कूल की स्थिति काफी खराब है. यहां मेरी बेटी पढ़ती, तो मैं उसे स्कूल नहीं भेजती. स्वास्थ्य पहले और उसके बाद शिक्षा है.
स्वीपर के रहते किचेन की नाली साफ कर रहीं थी छात्राएं : जांच में बीडीओ ने पाया कि किचन के बगल में अंधेरे कमरे में बुधवार से टायफाइड पीड़ित तीन छात्राएं जमीन पर लेटी हैं. कमरे में किचेन का धुआं प्रवेश कर रहा था. बीडीओ ने किचेन में छात्राओं के लिए बन भोजन व सब्जी की गुणवत्ता देखी. किचेन की नाली छात्राओं को साफ करते देख वार्डन को फटकार लगायी.
फंड की कमी नहीं : बीडीओ ने वार्डन से विद्यालय को मिलने वाले राशि की जानकारी मांगी. वार्डन ने लेखापाल की अनुपस्थिति के कारण अधूरा फंड का ब्योरा दिया. विद्यालय के लिए स्वीपर रखने की बात कही. बीडीओ ने कहा विद्यालय में राशि की कमी नहीं है. इसका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है.
आज से कक्षा लेंगे बीडीओ : विद्यालय से पढ़ाई कर छात्रावास जा रही छात्राओं से बीडीओ ने उनकी परेशानी, तबीयत, सुविधा, शिक्षक आदि की जानकारी ली. छात्राओं ने बताया कि विज्ञान शिक्षक की कमी है. बीडीओ ने शुक्रवार से स्वयं कक्षा लेने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा छात्राओं को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने देंगे. बीडीओ ने छात्राओं को उनकी पसंद पूछ टॉफी मंगाकर दिया. जांच के बाद बीडीओ ने पत्रकारों को बताया कि रिपोर्ट डीसी को भेजी जायेगी. एसडीओ ने सौंपी रिपोर्ट: गौरतलब हो कि छात्रा सुशांती टूटी की मौत के दिन मंगलवार को एसडीओ प्रदीप प्रसाद ने कस्तूरबा स्कूल की जांच की थी. उन्होंने जांच रिपोर्ट उपायुक्त को सौंप दी है. जांच रिपोर्ट में नौवीं की छात्रा सुशांति टूटी की मौत के लिए स्कूल प्रबंधन (वार्डन) की लापरवाही कही गयी है. एसडीओ ने स्पष्ट किया है कि सुशांति की तबीयत रविवार रात से खराब थी. बावजूद सोमवार को उसका इलाज नहीं कराया गया. वार्डन रेखा रानी महतो विद्यालय में नहीं रहती है. अपना कार्यभार मौखिक रूप से शिक्षिका फुलमनी गोप को देकर अपने निजी आवास में रहती हैं. छात्राओं से बातचीत के आधार पर एसडीओ ने लिखा कि सुशांति को अस्पताल पहुंचाने से पहले एंबुलेंस वार्डन को लेने उनके घर गया था. वह अस्पताल के विपरीत दिशा में है. इस दौरान काफी समय बेकार चला गया. बीमार छात्रा को सीधे अस्पताल ले जाया जाता, तो शायद उसकी जान बचायी जा सकती थी.
चार छात्राएं बीमार, दो अस्पताल में भर्ती
सुशांती की मौत के बाद स्कूल की छात्राएं रोज बीमार पड़ रही हैं. बुधवार को सात छात्राओं का इलाज सीएचसी में कराया गया. तीन छात्राओं में टायफाइड व एक छात्रा में मलेरिया की पुष्टि हुई. उन्हें इलाज के बाद स्कूल भेज दिया गया. स्कूल की कुव्यवस्था देखते उन्हे पुनः बीडीओ के निर्देश पर गुरुवार की शाम सीएचसी में भर्ती कराया गया. इसके पूर्व गुरुवार की दोपहर कक्षा छह की सरिता बोदरा, मंजू महतो व कक्षा नौ की सोनामनी बानरा व नीलमनी बुढ को इलाज के लिए लाया गया. छात्राओं में मलेरिया व डिसेंट्री के लक्षण मिले. दो छात्रा को भर्ती कर इलाज करने के बाद छुट्टी दे दी गयी.
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