सिमडेगा : हाथी भगाने का कार्य कर रही युवती के पिता की मौत हाथियों की चपेट में आने से हो गयी. घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक ठेठईटांगर प्रखंड के केरिया निवासी युवती निर्मला टोपनो हाथी भगाने का काम करती थी. निर्मला मुंडारी भाषा में कुछ कहती थी.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार निर्मला द्वारा मुंडारी में कुछ शब्द कहने तथा हाथी की आवाज में ध्वनि निकालने के बाद हाथी अपना रास्ता बदल लेता है. बुधवार शाम सात बजे के करीब ही बिरमित्रपुर के पास देवकरनी गांव के निकट झाड़ी में हाथी का दल था. निर्मला हाथी को भगाने के लिये मुंडारी भाषा में हाथी की आवाज मुंह से निकाल रही थी.
निर्मला जिस ओर से हाथी को भगाने का काम कर रही थी ठीक उसके विपरीत दिशा में निर्मला के पिता मरियानुस टोप्पो दूरी झाड़ी में थे. जिसे निर्मला अंजान थी. जंगली हाथी के दल ने भागने के क्रम में निर्मला के पिता मरियानुस टोप्पो को कुचल दिया. मरियानुस टोप्पो की मौत हो गयी.
पिता की मौत से निर्मला टूट गयी है. रो रो कर उसका बुरा हाल है. निर्मला ने कहा कि वे नहीं जानती थी कि उनके पिता भी दूसरी ओर झाड़ी में है. वे अपने पिता को अंतिम समय में पानी तक नहीं पिला पायी.