संवेदक ने तीन लाख 23 हजार का काम भी करा दिया. इसके बाद तत्कालीन एसपी द्वारा यह कह कर निर्माण कार्य रोक दिया गया कि उक्त जमीन पुलिस विभाग की है, जबकि निर्माण कार्य स्थल मौजा सलडेगा खाता नंबर 114, प्लाट 685, रकबा 11.10 एकड़ भूमि खतियान के मुताबिक केसरे हिंद भूमि दर्ज है. तत्कालीन एसपी द्वारा 12 मई 2008 को निर्माण पर रोक लगा दी गयी थी.
इसके बाद से आज तक उक्त निर्माण कार्य रूका हुआ है. नगर परिषद द्वारा निर्माण कार्य से संबंधित पत्राचार नगर विकास विभाग के सचिव से किया गया है, किंतु अब तक स्वीकृति नहीं मिल सकी है. नगर परिषद द्वारा दो बार महालेखाकार कार्यालय को निर्माण कार्य से संबंधित फोटो भी सौंपा गया है. इधर, वर्ष 2013 में उपायुक्त के मौखिक आदेश पर नगर परिषद द्वारा उक्त योजना के शीघ्र निर्माण के लिए संशोधित प्राक्कलन एक करोड़ 93 लाख का तैयार किया गया, किंतु 2013 में भी पुन: पुलिस विभाग द्वारा निर्माण कार्य को रोक दिया गया. उक्त मार्केट कांप्लेक्स के बन जाने से क्षेत्र के बेरोजगार लोगों को दुकानें आवंटित कर लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता था. इससे नगर परिषद की आय में भी बढोत्तरी होती.