सरायकेला : राजनगर प्रखंड के कुमडीह गांव में हुल दिवस पर अकिल अखड़ा जेड कमेटी द्वारा संथाली नाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सरकार के आदिवासी कल्याण परिवहन सह उद्योग मंत्री चंपई सोरेन उपस्थित थे. सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुल दस संथाली नाटक टीमों ने शिरकत कर नाटक का मंचन किया.
जिसमें सफल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री सोरेन ने कहा की भाषा व संस्कृति हमारी पहचान है इसे बचाये रखना हम सबों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा की सिदो कान्हू ने संथाल विद्रोह कर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मोरचा खोल दिया था और सिर्फ संथाल ही नहीं अपितु पूरे झारखंड में अंग्रेजों के दांत खट्टे करने में अहम भूमिका निभायी थी. आदिवासियों के पहचान के संथाल काश्तकारी अधिनियम इन्हीं महान आत्मा की देन है.
मंत्री सोरेन ने कहा की सूबे में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है. यहां खनिज के अकूत भंडार होने के बावजूद हम गरीब है. सरकार यह तय कर रही है, कि यहां के जल जंगल जमीन से लेकर यहां के खनिज पर स्थानीय लोगों को कैसे लाभ मिल सके. मंत्री सोरेन ने कहा की गरीबों के लिए सरकार ने धोती साड़ी व राशन दुकानों में प्रत्येक माह दो किलो चीनी देने की स्वीकृति दी है, ताकि सस्ते दर पर लोगों को धोती साड़ी मिल सके.
उन्होंने उपस्थित जनसमूह को अधिकार के लिए एकजुट होने का आह्वान किया. मौके पर जिप सदस्य कपरा हांसदा, हीरामनी मुमरू,धर्मा मुमरू, हीरालाल सतपथी, गुरूपद महतो, माधव मंडल कमेटी के लोबिन मूमरु, छोटा मुमरू,रमेश मुमरू, विष्णु हेंब्रम, मुखिया सुधीर हांसदा,लखींद्र लोहरा के अलावे कई उपस्थित थे.
किन कि न नाटक टीमों ने किया मंचन
तिरीलडीह, सालखानडीह, रोला, जरकानी, ओडिशा के रायबाडी, दारासाही, गुमदापानी, हुडिंगपहाड़, सालगाडीह