साहिबगंज : शहर में 13 स्थानों पर सार्वजनिक दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है. सभी स्थानों पर भव्य पंडाल बनाया गया है. साज सज्जा से लेकर रोशनी के इंतजाम में हजारों रुपये खर्च किये गये हैं. इसके बावजूद भव्य पंडाल बनाने से पहले अग्निशमन विभाग से किसी भी पूजा समिति ने एनओसी लेना आवश्यक नहीं समझा.
जिला अग्निशमन पदाधिकारी उत्तम कुमार महतो ने बताया कि 10 अक्तूबर तक किसी भी पूजा समिति ने एनओसी लेना मुनासिब नहीं समझा है. शायद ही किसी पूजा समिति की ओर से पंडाल में आग से बचाव के लिए यंत्र लगाया जाता है, लेकिन यंत्र लगाया भी जाता है, तो पहले विभाग से उसकी जांच आवश्यक है.
श्री महतो ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में बड़े–बड़े पूजा पंडालों में हमेशा आग लगने का खतरा बना रहता है. इस संबंध में वरीय प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित किया जा रहा है.
अग्निशमन यंत्र क्यों जरूरी
पंडाल में लगा कपड़ा पॉलिस्टर का होता है,जो ज्वलनशील होता है. पंडाल में बिजली के शॉर्ट सर्किट से कभी आग लगने की संभावना रहती है. ऐसे में पानी का इस्तेमाल नहीं हो सकता है. बिजली कनेक्शन काटने में काफी देर हो जाता है. इसलिए अग्निशमन यंत्र से आग पर खास गैस का छिड़काव कर ही उसे जल्द बुझाया जा सकता है.