साहिबगंज : जिला मुख्यालय स्थित बिजली कार्यालय के निकट चलाये जा रहे प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में गड़बड़ी सामने आयी है. सूत्रों की मानें तो पढ़े-लिखे छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने सहित गैर कानूनी तरीके से परीक्षा दिलाने का मामला उजागर हुआ है. बताया जाता है कि मंगलवार को आइटी की परीक्षा ली जा रही थी. दो छात्रों का फर्जी आइडी बनाकर आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर परीक्षा दिलायी जा रही थी. शिवशंकर ठाकुर के नाम से जो युवक परीक्षा दे रहा था,
वह वास्तव में शिव शंकर ठाकुर नहीं होने की बात सामने आ रही है. वहीं परीक्षा दे रहा शिव कुमार पासवान नामक युवक भी वास्तव में शिव कुमार पासवान नहीं था. ये शिकायत वास्तविक छात्र शिव शंकर ठाकुर व शिव कुमार पासवान ने डीसी को आवेदन देकर की है. उसने आवेदन में लिखा है कि उन लोगों की आइडी का दुरुपयोग किया जा रहा है.
पीएम कौशल विकास योजना की पांच खास बातें
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती है, बल्कि बतौर पुरस्कार करीब आठ हजार रुपये सरकार देती है.
इस स्कीम में तीन महीने, छह महीने व एक साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. कोर्स पूरा करने के बाद ही सर्टिफिकेट दिया जायेगा. यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होगा.
ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है. रोजगार मेला के जरिये सरकार ऐसे युवाओं को नौकरी दिलाने में मदद करती है.
योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है, जो कम पढ़े-लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं.
कोर्स पूरा होने पर एसएससी द्वारा स्वीकृत एजेंसी द्वारा मूल्यांकन किया जायेगा. मूल्यांकन पास करने व वैध आधार कार्ड हाेने पर सरकारी प्रमाण पत्र तथा स्किल कार्ड दिया जाता है. उम्मीदवार कई बार अपना मूल्यांकन करवा सकते हैं, लेकिन उन्हें हर बार मूल्यांकन शुल्क देना होगा.
कहते हैं कौशल विकास पदाधिकारी
जिला कौशल विकास पदाधिकारी सह जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रामनिवास सिंह ने कहा कि मामले की जांच करायी जायेगी. दोषी पाये जाने पर कार्रवाई तय.
सांसद ने किया था केंद्र का उद्घाटन
प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन पांच मई को साहिबगंज शाखा का उद्घाटन सांसद ने किया था. तीन माह के दौरान छह बैच निकालने की बात प्रबंधक द्वारा कही गयी है, जिसमें 157 लोगों ने पास किया. पास आउट होने के बाद हैदराबाद के स्वागत गान होटल, हैदराबाद के ही सी थ्री हॉप्टिलिटि व देवघर में प्लेसमेंट किया गया है. लेकिन यदि प्लेसमेंट किये गये लोगों की जांच की जाये तो अधिकांश लोग वापस अपने घर लौट आये हैं.