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Friday, March 29, 2024

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Lalu Yadav Viral Audio Case : लालू पेइंग वार्ड में शिफ्ट, पटना में प्राथमिकी, रांची में पीआइएल

लालू प्रसाद शाम 04:15 बजे रिम्स के पेइंग वार्ड के कमरा नंबर-11 में शिफ्ट कर दिया गया.

रांची : बिहार के पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन करने का ऑडियो वायरल होने के बाद चारा घोटाला में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. जेल मैनुअल का उल्लंघन और हाइकोर्ट में याचिका दायर होने के बाद रिम्स प्रबंधन ने गुरुवार को बैठक की. इसके बाद तीन अगस्त से केली बंगला (रिम्स निदेशक आवास) में रह रहे लालू प्रसाद को गुरुवार शाम 04:15 बजे रिम्स के पेइंग वार्ड के कमरा नंबर-11 में शिफ्ट कर दिया गया.

इधर, लालू के कथित ऑडियो वायरल मामले में जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने रांची के उपायुक्त, एसएसपी व बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक से जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. तीन अधिकारियों को आइजी कार्यालय से पत्र भेजा गया है. वहीं, रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक हामिद अख्तर से इस मामले में 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. पूछा है कि लालू तक फोन कैसे पहुंचा?

वहीं, दूसरी ओर केली बंगला से लालू प्रसाद को पेइंग वार्ड में भेजे जाने के दौरान उनका सेवादार सह राजद का प्रदेश महासचिव इरफान अंसारी कहीं नजर नहीं आया. लोग चर्चा कर रहे थे कि ऑडियो वायरल होने के बाद से इरफान केली बंगला या आसपास नहीं दिख रहा है. इसके बारे में झारखंड प्रदेश राजद के नेताआें को भी कोई जानकारी नहीं है. बता दें कि लालू केली बंगला में लाये जाने से पहले रिम्स के पेइंग वार्ड में ही थे.

केली बंगला से एंबुलेंस से ले जाया गया पेइंग वार्ड

केली बंगला से गुरुवार शाम लालू को कार्डियेक एंबुलेंस से पेइंग वार्ड कैंपस ले जाया गया. वहां एंबुलेंस से उतरने के बाद बरियातू थाना प्रभारी सपन कुमार महथा और अन्य पुलिसकर्मी उन्हें पेइंग वार्ड स्थित कमरे में ले गये. साथ में केली बंगला से तोसक, गद्दा, रूम हीटर और अन्य सामान भी ले आया गया. इसके पूर्व रिम्स प्रबंधन की बैठक हुई. इसमें पूर्व निदेशक डॉ मंजू गाड़ी, अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप और लालू प्रसाद का इलाज कर रहे डॉ उमेश प्रसाद,बरियातू थाना प्रभारी शामिल हुए. बैठक में रिम्स प्रबंधन ने निर्णय लिया कि लालू प्रसाद को केली बंगला से पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाये. इसकी सूचना जेल प्रशासन को दी गयी. जेल अधीक्षक हामीद अख्तर भी रिम्स पहुंचे और उनको शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गयी. उसके बाद जेल अधीक्षक ने एसएसपी को सुरक्षा मुहैया कराने को कहा.

डीएसपी ने पहले सुरक्षा का लिया जायजा

सदर डीएसपी प्रभात रंजन बरवार निरीक्षण करने पहुंचे. निरीक्षण करने के बाद बरियातू थाना और लालू की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने रिम्स के पेइंग वार्ड का जायजा लिया और सुरक्षा में लग गये. उसके बाद लालू को शिफ्ट कर दिया गया. गौरतलब है कि लालू 18 अगस्त 2018 से रिम्स में भर्ती हैं और तीन अगस्त 2020 को कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्हें पेइंग वार्ड से केली बंगला में शिफ्ट किया गया था.

हाइकोर्ट में जनहित याचिका

जेल मैनुअल उल्लंघन व अपराधियों द्वारा जेल से रंगदारी मांगने को लेकर झारखंड हाइकोर्ट में गुरुवार को जनहित याचिका दायर की गयी है. प्रार्थी अनुरंजन अशोक ने चारा घाेटाले में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद पर जेल मैनुअल का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. जेल से फोन पर विधायक की खरीद-फरोख्त के आरोप में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. इसमें कहा गया है कि प्राथमिकी दर्ज कर जेल अधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों और रिम्स के चिकित्सकों की भूमिका की भी जांच की जाये. प्रार्थी ने केंद्र सरकार, झारखंड सरकार, झारखंड के गृह सचिव, डीजीपी, जेल आइजी एनआइए, प्रवर्तन निदेशालय आदि को प्रतिवादी बनाया है.

प्रार्थी की अोर से अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि लालू प्रसाद चारा घोटाले के कई मामलों में सजायाफ्ता हैं. वह काफी लंबे समय से इलाज के नाम पर रिम्स में भर्ती हैं. यह सरकार के नियमों के भी खिलाफ है. पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के मामले में आरोपियों व कैदियों के इलाज के लिए गाइडलाइन जारी की गयी थी. कोई कैदी स्थायी रूप से रिम्स या अन्य हॉस्पिटल में नहीं रह सकता है. लालू प्रसाद बार-बार जेल मैनुअल का उल्लंघन कर रहे हैं. याचिका में यह भी कहा गया है कि कई अपराधकर्मी जैसे सुजीत सिन्हा, अमन साव सहित कुख्यात नक्सलियों द्वारा जेल से ही खुलेआम रंगदारी मांगी जा रही है. रंगदारी नहीं देने पर पीड़ित के घर पर व वाहन एके-47 से गोली चलाते हैं.

भाजपा नेता ने लालू के खिलाफ थाने में की शिकायत कहा : विधायक पर दबाव डालना संज्ञेय अपराध

रांची. भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष अनुरंजन अशोक ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व सजायफ्ता लालू प्रसाद के खिलाफ जैल मैनुअल का उल्लंघन और विधायक को प्रलोभन देने के मामले में पंडरा ओपी में शिकायत की है़ श्री अशोक ने पुलिस से इस मामले में एफआइआर दर्ज करने का आग्रह किया है. वहीं ओपी प्रभारी ने कहा कि अभी तक उन्हें आवेदन थाना में दिये जाने की जानकारी नहीं है.

लालू के खिलाफ भाजपा विधायक ने दर्ज कराया केस

पटना. रांची जेल से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा पीरपैंती के भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन कर विधानसभा चुनाव में अबसेंट होने की बात कहने के मामले ने अब कानूनी रूप अख्तियार कर लिया है. विधायक ललन पासवान ने इस मामले में निगरानी थाने में एफआइआर दर्ज करायी है. फिलहाल इस एफआइआर की समुचित जांच करने में निगरानी ब्यूरो जुट गया है. पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर यह दी है.

मोदी ने ट्वीटर पर लिखा है कि पटना स्थित निगरानी थाने में ललन पासवान ने लालू प्रसाद के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवायी है. इस मामले को प्रीवेंशन ऑफ करप्शन (पीसी) एक्ट के तहत दर्ज कराया गया है. इसमें एक लोक सेवक को हिरासत से टेलीफोन कॉल करके मंत्री पद देने का प्रलोभन के साथ घूस देने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है.

गौरतलब है कि पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर भाजपा विधायकों को तोड़े जाने के लिए मंत्री पद का प्रलोभन देने का आरोप लगाया था.

शुक्रवार को करेंगे मामले की जांच : जेल अधीक्षक

उपायुक्त द्वारा पूछे गये सवाल के जवाब में जेल अधीक्षक हामीद अख्तर का कहना है कि लालू जेल में हैं ही नहीं. वह तो रिम्स में हैं, इसलिए डीसी साहब को उक्त सवाल रिम्स प्रबंधन से पूछना चाहिए और उन्हीं से जवाब मांगना चाहिए. हालांकि, जेल अधीक्षक ने यह भी कहा कि फोन लालू तक कैसे पहुंचा इसकी जांच हमलोग अपने स्तर से शुक्रवार को करेंगे.

posted by : sameer oraon

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