रांची पुलिस के प्रवक्ता विकास चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि प्राथमिकी अभियुक्त अताउल्लाह अंसारी को गिरफ्तार करने के साथ तीन अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. सभी की संलिप्तता की जांच पुलिस कर रही है. पुलिस मामले में साक्ष्य के अनुसार आगे की कार्रवाई करेगी. आरंभिक पूछताछ में हत्या की घटना में संलिप्तता की बात से अताउल्लाह ने इनकार किया है.
इधर, मामले में चुटू निवासी जावेद ने बताया कि अताउल्लाह अंसारी ने मेसरा ओपी प्रभारी पप्पू के सामने नवादा में सरेंडर किया है. जावेद के अनुसार बीआइटी मेसरा थाना प्रभारी पप्पू शर्मा, फूरहुरा टोली के आरोपी के बड़े भाई शमीउल्लाह अंसारी और मेसरा के अलीम अंसारी रणनीति के तहत आरोपी से बात कर रात्रि करीब दो बजे नवादा पहुंचे. वहां अताउल्लाह अंसारी के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस उसे लेकर दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रांची पहुंची. इस पूरे प्रकरण में जावेद की भूमिका महत्वपूर्ण रही.
मालूम हो कि 25 जून को रोशन लाल महतो की फूरहुरा टोली में गला रेत कर हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में उसकी पत्नी रेखा देवी ने बीआइटी मेसरा थाना में अताउल्लाह अंसारी के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रोड जाम भी किया, जिससे पुलिस पर काफी दबाव बना हुआ था. शुक्रवार की देर रात तक सदर थाना प्रभारी दयानंद कुमार, खेलगांव ओपी प्रभारी अवधेश कुमार ने आरोपी की तलाश में काफी देर तक छापेमारी की थी, लेकिन वह नहीं मिला था. इधर, मामले में सदर डीएसपी ने बताया कि अताउल्लाह अंसारी ने सरेंडर नहीं किया है. अगर उसे सरेंडर की करना था, तब वह रांची से नवादा क्यों भागा. पुलिस उसे गिरफ्तार कर नवादा से रांची लायी है.