रात में परिवार की दो महिलाएं, तीन बच्चियां और एक बच्चा झोपड़ी में जमीन पर चटाई पर सोये थे. सुबह करीब साढ़े तीन बजे लोहा लदा ट्रक झोपड़ी में घुस गया. जिससे ट्रक के नीचे दब कर राजेंद्र चौधरी की पत्नी सोनाली चौधरी (45), बेटी रीना चौधरी (25), उसकी बेटी खुशबू (2), राजेंद्र चौधरी का पुत्र मिठुन चौधरी (14) की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. सूचना पाकर इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे. उन्होंने मशीन से ट्रक को उठा कर घायलों व शवों को निकाला. इधर, राजेंद्र चौधरी की घायल पुत्री काजल चौधरी (10) ने इलाज के दौरान धालभूमगढ़ पीएचसी में दम तोड़ा. वहीं, जख्मी लक्ष्मी चौधरी (4) को पीएचसी से जमशेदपुर रेफर किया गया.वहीं, घटना में राजेंद्र चौधरी, उसके ससुर लालो चौधरी सड़क के दूसरी ओर चौकी पर सोये थे. इसलिए वे बच गये.
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झोपड़ी में घुसा ट्रक, तीन बच्चों समेत पांच की मौत
धालभूमगढ़: थाना अंतर्गत बेंद-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क (नूतनगढ़ फाॅर्म हाउस के पास) के किनारे एक झोपड़ी में अनियंित्रत ट्रक (डब्ल्यूबी 33 ए 5852) घुस गया. जिससे वहां जमीन पर सोये एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी. घटना बुधवार तड़के तीन बजे की है. मरनेवालों में तीन बच्चे हैं. एक बच्ची गंभीर रूप […]
धालभूमगढ़: थाना अंतर्गत बेंद-धालभूमगढ़ मुख्य सड़क (नूतनगढ़ फाॅर्म हाउस के पास) के किनारे एक झोपड़ी में अनियंित्रत ट्रक (डब्ल्यूबी 33 ए 5852) घुस गया. जिससे वहां जमीन पर सोये एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गयी. घटना बुधवार तड़के तीन बजे की है. मरनेवालों में तीन बच्चे हैं. एक बच्ची गंभीर रूप से घायल है. वहीं, तीन अन्य लोग बाल-बाल बचे. घटना के बाद ट्रक चालक व खलासी फरार हो गये. ट्रक में लोहा लदा था. जो हावड़ा से आदित्यपुर जा रहा था. मरनेवाले लोग नवादा व जमुई के रहनेवाले थे. इधर मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने साढ़े छह घंटे तक सड़क जाम रखी. जिससे आवागमन बाधित रहा.
क्या है मामला: जानकारी के अनुसार बिहार के नवादा जिला अंतर्गत कौआपोल निवासी राजेंद्र चौधरी ताड़ी बेचने का काम करता है. वह सड़क किनारे झोपड़ी में परिवार के साथ रहता था. उनका दामाद कपिल देव चौधरी, बेटी व बच्चे भी आये हुए थे. वे जमुई जिले के बरहेट थाना के झालमठिया गांव के रहनेवाले थे.
ग्रामीणोंं ने सड़क जाम की: घटना से आक्रोशित लोगों ने मुआवजे व ट्रक मालिक को बुलाने की मांग को लेकर सुबह छह बजे सड़क जाम कर दी. सूचना पाकर इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार सिंह, सीओ हरिश्चंद्र मुंडा, बीडीओ पूनम कुजूर घटना स्थल पर पहंुचे. सबने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया. मगर ग्रामीण नहीं माने. बाद में सीओ हरिश्चंद्र मुंडा ने मृतकों के आश्रित राजेंद्र चौधरी को आपदा राहत कोष से 20 हजार रुपये प्रदान किये. सीओ ने लिखित आश्वासन दिया कि आवेदन मिलने के बाद आश्रितों को भूमि देने की पहल होगी. ट्रक मालिक से संपर्क कर एक सप्ताह के अंदर मुआवजा दिलाने का प्रयास होगा. करीब साढ़े 12 बजे जाम हटा.
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