रांची: कांके थाना क्षेत्र के मनातू गांव स्थित तालाब में नहाने के दौरान डूबने से एसएन गांगुली रोड निवासी ब्रिजफोर्ड स्कूल के छात्र वैभव चौधरी की मौत हो गयी. उसके साथ नहाने उतरे सेक्टर तीन निवासी अविनाश आनंद का कुछ पता नहीं चल पाया है. अविनाश टेंडर हर्ट स्कूल की 12 वीं कक्षा का छात्र है. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से वैभव का शव निकाला. समाचार लिखे जाने तक अविनाश आनंद का कुछ पता नहीं चल पाया है. कांके पुलिस के मुताबिक अविनाश आनंद की तलाश जारी है. एक अन्य छात्र अभिनव कुमार इस हादसे में बाल-बाल बच गया.
ओरमांझी में भी दीपक कुमार व आशिष डूबे
एक अन्य घटना में ओरमांझी स्थित आरटीसी इंजीनियरिंग कॉलेज, आनंदी के पीछेवाले डैम में नहाने गये दीपक कुमार (14) और आशिष की मौत हो गयी. दीपक शिवाजी प्रतिभा विकास विद्यालय दरदाग में नौवीं और आशिष छठी कक्षा का छात्र था. दोनों पुरनाटोली आनंदी के रहनेवाले थे.़ दीपक व आशिष दोस्तों के साथ गांव में क्रिकेट खेलने के बाद डैम में नहाने गये थे. नहाने के क्रम में आशिष डूब गया. उसे बचाने के क्रम में दीपक भी डूब गया. उसके बाद चार दोस्त भाग कर गांव पहुंचे और घटना की जानकारी दी. स्थानीय गोताखोरों ने दोनों का शव बाहर निकाला. इधर, परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है.
ब्रिजफोर्ड का छात्र था वैभव, परिजनों का बुरा हाल
रांची: वैभव चौधरी कांके के मनातू गांव में ट्रैकिंग के लिए अपने आठ दोस्तों के साथ गया था. रविवार की सुबह पांच बजे सभी बाइक से पहुंचे थे. इस दौरान सभी दोस्तों ने वहां के पहाड़ पर ट्रैकिंग की. फिर नाश्ता किया. इसके बाद सामने देखा कि एक तालाब है. यह तालाब क्रशर के कारण पत्थर तोड़ने के बाद बने गड्ढे में पानी जमा होने से बना है. यहां कुछ दूर घुटने भर पानी है. फिर एकाएक 40-45 फीट की गहराई है. सभी युवक वहां पहुंचे और पानी में उतरे.
एकाएक वैभव चौधरी व अविनाश आनंद का पैर गहराई में चला गया. साथियों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश भी की, लेकिन वैभव चौधरी और अविनाश आनंद डूब गये.
आठ दोस्त गये थे मनातू गांव
अंकित भारद्वाज (कडरू), चिराग रजगड़िया (किशोरगंज), ऋषभ कुमार (अपर बाजार), विजय दिवाकर (अरगोड़ा), अक्षर कुमार, अभिनव कुमार, वैभव और अभिनव आनंद शामिल थे. वे सभी 10 और 12 के विद्यार्थी हैं. रिजल्ट निकलने से पूर्व वे खुशियां मनाने मनातू गांव पहुंचे थे.
अवैध खनन से बना है तालाब
ग्रामीणों के अनुसार तीन वर्ष पूर्व रिंग रोड के निर्माण के लिए एस शांडिल्य कंपनी ने यहां क्रशर प्लांट लगाया था, जिसमें पत्थर की खुदाई की गयी थी. यहां बने गड्ढे ने आज तालाब का रूप ले लिया है. यह 25 से 30 फीट गहरा है. इस तालाब का उपयोग ग्रामीण अपने दैनिक कार्यो के लिए करते हैं.
होनहार छात्र था वैभव
परिचितों ने बताया कि वैभव काफी होनहार छात्र था. ब्रिजफोर्ड स्कूल में पढ़नेवाले वैभव ने इसी साल सीबीएसइ 10वीं की परीक्षा दी है. उसके दादा किशोरीलाल चौधरी सामाजिक कार्यो में काफी सक्रिय हैं. पिता आनंद चौधरी की एसएन गांगुली रोड में आनंद हार्डवेयर नाम से दुकान है. वहीं, अविनाश आनंद के पिता उमाशंकर राम भवन निर्माण विभाग, जामताड़ा में सहायक अभियंता हैं.
शव आते लिपट गये सभी
वैभव की मौत की सूचना मिलते एसएन गांगुली रोड स्थित घर में मातम मच गया. शाम चार बजे उसका शव घर लाया गया. शव आते सभी उससे लिपट गये. माता-पिता समेत पूरे परिवार का रो रोकर बुरा हाल था. मां ममता चौधरी बदहवास थी. किसी तरह परिजन उन्हें संभाल रहे थे. शाम में वैभव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
प्राचार्या ने शोक जताया
वैभव चौधरी की मौत पर ब्रिजफोर्ड स्कूल की प्राचार्या सीमा चितलांगियां ने शोक जताया है. प्राचार्या ने कहा कि वैभव के निधन से पूरा स्कूल परिवार शोकाकुल है. वह मेधावी छात्र था.