कहा गया कि कस्तूरबा की छात्राओं को कॉलेज में नामांकन के लिए प्रोत्साहित किया जाये. इसके लिए कार्यशाला आयोजित करें, ताकि वे कम-से-कम ग्रेजुएट हो सकें. मुख्य सचिव गुरुवार को उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की समीक्षा कर रहीं थी. मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य के कॉलेजों में सीटों की वृद्धि करने के लिये शैक्षणिक संस्थानों के भवनों का ज्यादा-से-ज्यादा उपयोग हो.
इसके लिए द्वितीय पाली की कक्षाएं शुरू की जायें तथा कॉलेजों में कक्षाएं प्रारंभ करने के लिये सृजित पद के विरुद्ध मानदेय के आधार पर अनुबंध पर शिक्षक नियुक्ति के लिए कार्रवाई की जाये. पॉलिटेक्निक में नयी शाखाएं खोलने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाये, ताकि इसके लिए रोजगार के अवसर पैदा हो सके. मुख्य सचिव ने अफसरों को निर्देश दिया कि नॉलेज सिटी के लिये खूंटी में जिस जमीन को चिह्नित किया गया है, उसका निरीक्षण कर डीपीआर तैयार करें. जो पॉलिटेक्निक बिल्डिंग बन कर तैयार है और उसमें शैक्षणिक कार्य शुरू नहीं हुआ है, तो उन बिल्डिंग में कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण शुरू करा दिया जाये. साथ ही प्रशिक्षित लोगों को रोजगार दिलाने के लिए जॉब मेला लगाने की तैयारी करें.