उन्होंने कहा कि झारखंड की स्थानीय नीति देश में सबसे अच्छी नीति है. आगामी दस साल तक संबंधित जिले की वेकेंसी में स्थानीय लोगों की ही बहाली होगी. आरक्षण समस्या का समाधान नहीं है. इससे किसी भी समाज का उचित विकास नहीं होता है. विकास चाहिए, तो लोग शिक्षित बनें. यह बात सोमवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खूंटी के कचहरी मैदान में छोटानागपुरिया तेली उत्थान समाज के द्वारा आयोजित एक सभा में कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज को मजबूत बनाना चाहिए और इस मजबूती पर कदापि राजनीति न हो. खूंटी, सिमडेगा व अन्य तेली जाति बहुल क्षेत्र में संबंधित जाति के लोगों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. तभी सरकार ने इस जाति को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किया है.
कुछ झारखंड नामधारी पार्टी के नेताओं को स्थानीय नीति खल रही है. उन्होंने अपने स्वार्थ के लिए अबतक इसे लटकाये रखा. कतिपय लोग झारखंड की संस्कृति को नष्ट करने में लगे हैं. सभी को यह बात समझनी होगी कि संस्कृति की रक्षा हर हाल में करनी होगी. युवक-युवतियों को स्वरोजगार की दिशा में भी आगे आना चाहिए, तभी समाज विकसित होगा. शीघ्र झारखंड सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए 1400 करोड़ की जोहार योजना ग्रामीण क्षेत्र में शुरू करनेवाली है.
मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार बेरोजगारों को चार लाख रुपये रोजगार के लिए देगी. अंडों को सरकारी स्कूलों में मिड डे मिल के लिए क्रय किया जायेगा. खूंटी के नॉलेज सिटी में एक माह के अंदर शक्ति रक्षा यूनिवर्सिटी खोले जाने के बाबत भूमि पूजन किया जायेगा. यूनिवर्सिटी में युवक-युवतियों को पुलिस मैनुअल व संविधान की शिक्षा दी जायेगी. साइबर क्राइम को रोकने के बाबत संबंधित विषय में डिप्लोमा पास युवकों की सीधी नियुक्ति साइबर क्राइम निरोधी विभाग में की जायेगी. ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि तेली समाज राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में काफी पिछड़ा है.
मैं संबंधित जाति के साथ हूं. खान-पान व हमारी संस्कृति एक है. मुख्यमंत्री समाज के दर्द को जानते हैं. वह इनके विकास के लिए उचित कदम जरूर उठायेंगे. उन्होंने प्रस्तावित नॉलेज सिटी को जल्द से जल्द शुरू कराने की मांग सीएम से की. झारखंड विधानसभा अध्यक्ष डॉ दिनेश उरांव ने कहा कि तेली समाज के आरक्षण की बात उन्होंने 2000 में विधानसभा में उठा कर उन्हें अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग की थी. झारखंड अलग राज्य बनने में तेली जाति का योगदान रहा है. मदद करनेवाले समाज को सदैव साथ देना चाहिए.