रांची: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमवाइ इकबाल ने कहा है कि जरुरतमंदों को उचित व त्वरित न्याय मिलना चाहिए. हमें अपना दायित्व निभाना चाहिए. झारखंड में गरीब आदिवासी रहते हैं. उनके लिए न्याय सुलभ होना चाहिए. जस्टिस इकबाल बतौर मुख्य अतिथि शनिवार को रांची जिला बार एसोसिएशन के नवनिर्मित बार भवन का उदघाटन कर रहे थे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बार भवन का उदघाटन ऐतिहासिक क्षण है. 125 वर्षो बाद एसोसिएशन को अपना भवन मिल रहा है. पदाधिकारियों ने सराहनीय भूमिका निभायी है. इसे देख व सुन रहे पुराने अधिवक्ता बहुत खुश हैं तथा अपना आशीर्वाद भी दे रहे हैं. झारखंड हाइकोर्ट की चीफ जस्टिस आर भानुमति ने कहा कि एसोसिएशन ने अपने बलबूते बहुमंजिला बार भवन का निर्माण किया है. इससे प्रेरणा लेने की जरूरत है कि कोई भी काम यदि आप ठान लेते हैं, तो वह पूरा होकर रहेगा. यह अधिवक्ताओं के लिए गौरव की बात है.
लोकायुक्त अमरेश्वर सहाय, बार काउंसिल के अध्यक्ष राजीव रंजन, अधिवक्ता बंशी प्रसाद, निलेश कुमार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. इससे पूर्व एसोसिएशन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यो की जानकारी दी. अधिवक्ता पांडेय नीरज राय व अनिल कुमार कंठ ने मंच का संचालन किया. सचिव कुंदन प्रकाशन ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि वर्तमान में 4000 सदस्य हैं. भविष्य में और सदस्य बढ़ेंगे. सभी सदस्यों को नवनिर्मित भवन में जगह नहीं मिल पायेगी. उन्होंने प्रशासन से बगल में खाली जमीन को एसोसिएशन को हस्तांतरित करने का आग्रह किया. इस अवसर पर हाइकोर्ट के न्यायाधीशों के अलावा सेवानिवृत्त जस्टिस लोकनाथ प्रसाद, एपी सिन्हा, डीएन प्रसाद, अधिवक्ता अरविंद कुमार सिंह, एलके गिरि, दीन दयाल सिंह, मो मुमताज खान, राजेंद्र प्रसाद, प्रदीप नाथ तिवारी, प्रदीप चौरसिया, मधुसूदन गांगुली सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.